प्रमुख सचिव मा मुख्यमंत्री एवं वन एवं पर्यावरण श्री रमेश कुमार सुधांशु ने कोर्बेट टाइगर रिज़र्व के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कर वहाँ के प्रबंधन से जुड़े विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा की। उन्होंने टाइगर रिज़र्व के दुर्गम चौकियों में तैनात वन कर्मियों से संपर्क कर उनका कुशल क्षेम जाना तथा उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने ऐसे त्योहारों के समय भी अपने घर परिवार से दूर रहकर वन एवं वन्य जीव सुरक्षा में योगदान दे रहे कार्मिकों के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए उन्हें होली के अवसर पर अपनी शुभकामनाएँ भी दी।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के प्रबंधन से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं के समीक्षा करते हुए उन्होंने टाइगर रिज़र्व के निदेशक डा धीरज पांडेय को आवश्यक निर्देश दिये। विशेष रूप से टाइगर रिज़र्व की आगामी टाइगर कांजेर्वेशन प्लान तैयार करने में स्थानीय समुदायों के हितों का विशेष ध्यान रखने की भी अपेक्षा की गई। रामगंगा जलाशय में गश्त बढ़ाने हेतु एक और मोटर बोट के क्रय हेतु प्रस्ताव उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया। निदेशक द्वारा विभिन्न कार्मिकों, विशेष रूप से वन क्षेत्र अधिकारियों की कमी से उत्पन्न कठिनाई से अवगत कराया, जिस के समाधान हेतु शीघ्र शासन स्तर पर निर्णय लिया जायेगा।
निरीक्षण के दौरान उत्तराखण्ड वन विभाग के प्रमुख वन संरक्षक हाफ़, श्री अनूप मलिक एवं प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव एवं मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक डा समीर सिन्हा भी साथ रहे।