देहरादून राजधानी देहरादून में बड़े-बड़े प्रोजेक्ट और शहर को चमकाने के लिए नई परिकल्पनाओं के बीच नगर निगम देहरादून कूड़ा उठान और कूड़ा प्रबंधन में ही पूरी तरह विफल दिख रहा है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के बावजूद ना तो समय से कूड़े का उत्थान हो रहा है और सड़कों पर इधर-उधर बिखरा कूड़ा नगर निगम की कर प्रणाली पर सवाल उठाने के साथ-साथ आम जन में सरकार के प्रति भी नकारात्मक भाव पैदा कर रहा है हालत यह हैं की राजधानी के प्रमुख मार्गो संपर्क मार्गो पर भी जगह-जगह कूड़े के ढेर नजर आते हैं और उन कूड़े के घेरे में पशु झुंड के साथ मौजूद रहते हैं इससे आमजन मानस को जीवन का भी भय है
नगर निगम देहरादून में अफसर तो बदल दिए गए लेकिन व्यवस्था नहीं बदल पाई या यू कहे व्यवस्था और भी खराब हो गई चुनाव सन्निकट है राजनीतिक दल जनता के बीच जाकर जहां वोट मांग रहे हैं वही लोगों की नाराजगी का भी सामना करना पड़ रहा है आपको बताते चलें पूर्व में नाराज होकर आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडे भी नगर निगम देहरादून में जिम्मेदार अफसर के साथ बैठक कर कूड़े के उचित प्रबंधन के निर्देश दे चुके हैं लेकिन कोई खास अंतर नहीं पड़ा हालात यह हैं की प्रतिदिन डोर टू डोर कूड़ा उठान के वाहन भी लोगों के घरों तक नहीं पहुंच रहे हैं हां नगर निगम देहरादून अपना पैसा res को देने पर जरूर सुर्खियों में रहा है