नगर आयुक्त नमामी बंसल ने दिए सख्त निर्देश, पारदर्शिता और जवाबदेही पर ज़ोर

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नगर निगम देहरादून की समीक्षा बैठक में नगर आयुक्त नमामी बंसल ने दिए सख्त निर्देश, पारदर्शिता और जवाबदेही पर ज़ोर

देहरादून,
नगर निगम देहरादून में आज आयोजित स्टाफ मीटिंग में नगर आयुक्त नमामी बंसल ने निगम अधिकारियों की कार्यप्रणाली की गहन समीक्षा की। बैठक के दौरान उन्होंने विभिन्न अनुभागों के कार्यों पर असंतोष जताते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि शिकायतों के समय पर निस्तारण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। खास तौर पर भूमि अनुभाग को चेताया गया कि यदि शिकायतों का समाधान समय से नहीं होता है तो अनुभागीय अधिकारी सीधे तौर पर उत्तरदायी माने जाएंगे।

बैठक के मुख्य बिंदु:

🔸 प्रकाश विभाग:
प्रकाश प्रभारी को प्रतिदिन मिलने वाली शिकायतों और उनके समाधान की स्पष्ट रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि शिकायतों का समाधान समयबद्ध तरीके से हो।

🔸 स्वास्थ्य विभाग:
प्रत्येक वार्ड में संचालित कूड़ा संग्रहण वाहनों की स्थिति, खराब वाहनों की जानकारी और रूट कवरेज की जानकारी तत्काल उपलब्ध कराने को कहा गया है। साथ ही प्लांट संचालन की स्थिति को भी दुरुस्त करने पर ज़ोर दिया गया।

🔸 भूमि अनुभाग:
अतिक्रमण से संबंधित शिकायतों की कार्रवाई रिपोर्ट मांगी गई है। यह भी निर्देश दिया गया कि अब तक मुक्त कराई गई भूमि का ब्योरा और भविष्य के अभियानों के लिए रोस्टर तैयार किया जाए।

🔸 लोक निर्माण विभाग:
विकास कार्यों की प्रगति की अद्यतन जानकारी अनिवार्य रूप से देने के साथ-साथ कार्य प्रारंभ और पूर्ण होने की स्थिति में फोटोग्राफ पत्रावली में संलग्न करना आवश्यक किया गया है, जिससे कार्यों में पारदर्शिता बनी रहे।

🔸 पशु चिकित्सा विभाग:
शहर में बढ़ती आवारा पशुओं और कुत्तों की घटनाओं को देखते हुए जन-जागरूकता अभियान चलाने और आरडब्ल्यूए व अन्य संस्थाओं के साथ बैठक कर डॉग लाइसेंस प्रक्रिया को तेज़ करने के निर्देश दिए गए।

🔸 कार्मिक प्रबंधन:
सभी अनुभागों को कार्यरत एवं रिक्त पदों का ब्योरा शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों का गंभीरता से निस्तारण सुनिश्चित करने को कहा गया है।

नगर आयुक्त ने अंत में यह भी स्पष्ट किया कि नगर निगम के कार्यों में पारदर्शिता, जवाबदेही और जनसुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। बैठक में सभी विभागीय अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई कि भविष्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही पर जिम्मेदारी तय की जाएगी।

यह समीक्षा बैठक नगर निगम की कार्यप्रणाली को अधिक प्रभावी, पारदर्शी और जनोन्मुखी बनाने की दिशा में एक सख्त लेकिन आवश्यक कदम के रूप में देखी जा रही है।