
देहरादून में “Shallow Aquifer Management 2.0” पर कार्यशाला आयोजित, नगर आयुक्त ने दिए भूजल संरक्षण को लेकर निर्देश
देहरादून, 3 सितंबर 2025।
नगर निगम देहरादून द्वारा आज मीटिंग हॉल में अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत “Shallow Aquifer Management 2.0” कार्यक्रम पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता नगर आयुक्त महोदया ने की।
इस कार्यशाला में नगर निगम के अधिकारियों के साथ-साथ जल निगम, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण निर्माण विभाग, केंद्रीय भूजल बोर्ड, National Institute of Urban Affairs एवं People’s Science Institute के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नगर निगम क्षेत्रांतर्गत 10–12 ऐसे shallow aquifers (अल्प गहराई वाले जलभृत) को चिन्हित कर उनका जीर्णोद्धार करना है, जिससे शहरी क्षेत्र में भूजल का संरक्षण एवं पुनर्भरण (recharge) सुनिश्चित किया जा सके। यह पहल देहरादून जैसे तेजी से शहरीकरण की ओर बढ़ रहे क्षेत्र के लिए जल सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
नगर आयुक्त महोदया ने कार्यशाला में उपस्थित सभी संबंधित संस्थाओं और विभागों को “Recharge Responsibly” के सिद्धांत पर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भूजल का संरक्षण करते समय यह अत्यंत आवश्यक है कि पुनर्भरण की प्रक्रिया में जल स्रोतों को प्रदूषित न किया जाए। इसलिए हर चरण पर वैज्ञानिक और सतर्क दृष्टिकोण अपनाना अनिवार्य है।
कार्यशाला में विशेषज्ञों ने भी aquifer recharge तकनीकों, भूजल मानचित्रण, जल गुणवत्ता की निगरानी और सामुदायिक भागीदारी जैसे विषयों पर जानकारी साझा की। इस दौरान सभी प्रतिभागी संस्थाओं ने आपसी समन्वय से योजना को प्रभावी रूप से लागू करने का संकल्प लिया।
नगर निगम देहरादून द्वारा यह पहल शहर को जल संकट से उबारने और सतत विकास की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।