देहरादून । आयुर्वेद विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव डॉ है। मृत्युंजय मिश्रा को आयुर्वेद एवं यूनानी विभाग का ओएसडी बनाया गया
अपर सचिव आयुष डॉ विजय जोगदंडे की ओर से इस संदर्भ में आदेश किए गए हैं।
विदित है कि डॉ मृत्युंजय मिश्रा पूर्व में उच्च शिक्षा विभाग के कर्मचारी थे और फिर उन्हें आयुर्वेद विवि के कुलसचिव पद पर मर्ज कर दिया गया था । त्रिवेंद्र सरकार में उनके खिलाफ विजिलेंस जांच शुरू हुई और निलंबित भी कि गया। इस मामले में मिश्रा जेल भी रहे और बह होने पर मौजूदा सरकार ने उन्हें फिर से आयुर्वेद विवि का कुलसचिव नियुक्त कर दिया गया। हालांकि आयुर्वेद विवि प्रशासन ने उन्हें शासन के आदेश के बावजूद ज्वाइन नहीं करने दिया। जिस पर मिश्रा को शासन में अटैच कर दिया गया। मिश्रा लम्बे समय से आयुर्वेद विवि में कुलसचिव के पद पर तैनाती के प्रयास कर रहे थे। लेकिन अब उन्हें सरकार ने आयुर्वेद एवं यूनानी निदेशालय में सृजित किए गए विशेष कार्याधिकारी के पद पर मिश्रा के आने से आयुर्वेद निदेशालय में खलबला मच गई है। सूत्रों ने बताया कि मिश्रा के आने से आयुर्वेद निदेशालय में अफसरों के कामकाज प्रभावित हो सकते हैं।