पूर्व आईएएस आंदोलन पर 12 अक्टूबर से शुरू होगा आंदोलन

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देहरादून: स्थायी राजधानी गैरसैंण की मांग को लेकर पूर्व IAS विनोद प्रसाद रतूड़ी का अनिश्चितकालीन आंदोलन

देहरादून। उत्तराखंड की स्थायी राजधानी गैरसैंण घोषित करने की मांग को लेकर पूर्व आईएएस अधिकारी विनोद प्रसाद रतूड़ी एक बार फिर आंदोलन के रास्ते पर उतरने जा रहे हैं। रतूड़ी ने ऐलान किया है कि वे 12 अक्टूबर से देहरादून के परेड ग्राउंड में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे।

रतूड़ी का कहना है कि राज्य गठन को लगभग 25 वर्ष होने के बावजूद आज तक उत्तराखंड की स्थायी राजधानी तय नहीं की गई है। इसका सीधा असर पर्वतीय जिलों पर पड़ रहा है — जहां शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों की कमी के चलते भारी पलायन हो रहा है।

उन्होंने कहा कि गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित किए बिना उत्तराखंड की अस्मिता और संतुलित विकास संभव नहीं है। रतूड़ी ने यह भी स्पष्ट किया कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित नहीं करती।

रतूड़ी लंबे समय से ‘स्थायी राजधानी गैरसैंण समिति’ के संयोजक के रूप में इस मुद्दे पर सक्रिय हैं। उनका कहना है कि यह सिर्फ राजधानी का सवाल नहीं बल्कि पहाड़ की पहचान, समान अवसर और जनभावनाओं का सम्मान है।

विनोद प्रसाद रतूड़ी, पूर्व आईएएस, संयोजक, स्थायी राजधानी गैरसैंण समिति:
“जब तक गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित नहीं किया जाता, यह आंदोलन जारी रहेगा। यह उत्तराखंड के भविष्य और पहाड़ के अस्तित्व की लड़ाई है।”