एस0बी0आई भागीरथीपुरम में खाताधारकों के खातों से धोखाधड़ी व बैंक में गबन कर 81,68,124 रुपए की धनराशि हड़पने वाले बैंक कैशियर को टिहरी पुलिस ने 14 घंटे के भीतर किया गिरफ्तार।
दिनांक 13.01.2022 को विपिन गौतम, शाखा प्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक भागीरथीपुरम, टिहरी गढ़वाल* द्वारा कोतवाली नई टिहरी में अपने *बैंक के कैशियर विनयपाल सिंह नेगी पुत्र धीरज पाल सिंह नेगी निवासी ग्राम तल्ली बागी, भागीरथीपुरम, टिहरी गढ़वाल* के विरुद्ध इस आशय की तहरीर दी गई कि उक्त कैशियर विनयपाल सिंह नेगी *द्वारा एस0बी0आई बैंक, भागीरथीपुरम के कैश वाल्ट से ₹ 13,50,000/-का गबन कर बैंक में स्थित ग्राहकों के खातों में कूटरचना व फर्जी प्रपत्र तैयार कर तथा खाताधारकों के फर्जी हस्ताक्षर/निशानी अंगूठा लगाकर विभिन्न खाताधारकों के खातों से ₹ 68,18,124/- निकालकर ग्राहकों के पैसे व सरकारी धन सहित कुल ₹ 81,68,124/- का गबन किया है।* शाखा प्रबंधक की तहरीर पर *कोतवाली नई टिहरी में अभियुक्त बैंक कैशियर के विरुद्ध धारा 409,420,467,468,471 आई0पी0सी0 में अभियोग पंजीकृत किया गया।*
अपराध के अत्यंत गंभीर प्रकृति का होने तथा भारी मात्रा में सरकारी धन व ग्राहकों के पैसे का धोखाधड़ी व कूटरचना कर गबन से संबंधित होने पर *वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय जनपद टिहरी गढ़वाल श्री नवनीत सिंह भुल्लर द्वारा अभियोग के अनावरण व अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु* अपर पुलिस अधीक्षक टिहरी श्री राजन सिंह के निर्देशन तथा क्षेत्राधिकारी टिहरी श्री महेश चंद्र बिंजोला के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नई टिहरी के नेतृत्व में *एक पुलिस टीम का गठन किया गया।*
*गठित टीम द्वारा* सुरागरसी- पतारसी कर आधुनिक तकनीक की मदद से अभियोग से संबंधित *अभियुक्त को अभियोग कायमी के मात्र 14 घंटे के भीतर आज दिनांक 14.01.2022 को गिरफ्तार कर लिया गया।*
उक्त संबंध में आज दिनांक 14.01.2022 को *एस0एस0पी0 टिहरी द्वारा पुलिस कार्यालय टिहरी में एक प्रेसवार्ता आयोजित कर अभियोग के अनावरण व अभियुक्त की गिरफ्तारी का खुलासा करते हुए जानकारी दी कि अभियुक्त लालच में आकर शेयर मार्केट में पैसा लगाता था तथा बैंक के वाल्ट की चाबी उसके पास रहती थी जिसका फायदा उठाकर उसने बैंक के कैश वाल्ट से पैसे निकाल लिए। अभियुक्त ज्यादातर उन खाताधारकों के खातों से उनके फर्जी अंगूठा निशानी बनाता था जो कम पढ़े लिखे थे और उसके जानने वाले थे। वह खुद ही उनका अंगूठा हस्ताक्षर बनाकर वाउचर भरता था और खुद ही उनका वाउचर अप्रूवल कर उनके खाते से पैसे निकाल लेता था।* अभियुक्त द्वारा अन्य खाता धारकों के खातों से भी अनाधिकृत रूप से पैसे निकाले जाने की संभावनाएं है, जिसकी जांच की जा रही है।