आबकारी में मेडिकल विवाद खत्म

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देहरादून अपर मुख्य सचिव कार्मिक के प्रमोशन संबंधी सख्त पत्र व प्रमुख सचिव आबकारी आनंद वर्धन के रिमांइडरका आबकारी मुख्यालय में असर दिखने लगा है। जुलाई माह में कार्मिकों के प्रमोशन से पहले मेडिकल को लेकर हुए विवाद और इसके पीछे की गुटबाजी को बडा झटका लगा है। आबकारी आयुक्त ने पूर्व में हो चुके मेडिकल की रिपोर्ट को ही मंगाकर प्रमोशन की फाइल तीन दिन में आगे बढाने को कहा है।वहीं प्रमोशन की अन्य पदों पर प्रक्रिया शुरु हो गई है।

ये था मामला दरअसल आबकारी विभाग में पांच हेड कांस्टेबल और नौ दरोगाओं के प्रमोशन होने हैं। इसके लिए सभी का शारीरिक परीक्षण किया जाना अनिवार्य था।। चार जुलाई को मेडिकल हो चुका था जिसमें कुछ लोग फेल भी हुए थे। यही मेडिकल दोबारा फिर चार अगस्त को कराने की योजना बनी लेकिन विवाद को देख इसे टाल दिया गया था। इसमें दो ऐसे सब इंस्पेक्टरों को भी शामिल नहीं किया है जबकि उनसे जूनियर को बुलाया गया था। कुछ कर्मचारियों ने इसमें धांधली का आरोप भी लगाया था।

डिप्टी बनने से परहेज क्यों प्रमोशन यूं तो किसे पसंद नही है पद से लेकर तनख्वाह में इजाफा होता है। पर आबकारी विभाग में डिप्टी एक्साइज कमिश्नर बनने में फॉर गो व बचने की हर जुगत अपनाई गई है।ज्बकि विभाग में पद रिक्त चल रहे है जानकारों की मानें तो अब डिप्टी एक्साइज कमिश्नर पद पर प्रमोशन संबंधी फाइल की तैयारी अंतिम दौर में है सीआर समेत अन्य प्रक्रिया पूरी की जा रही है।