देहरादून सीएम पुष्कर सिंह धामी के आबकारी महकमे में देर रात हुए तबादले विवादो में घिरने के साथ साथ हड़बड़ी में गडबडी भी कर दी गई है। ये जानबूझ कर हुआ या जानकारी का अभाव था ये कहना तो मुश्किल होगा। एक ही मामलो में दो अलग अलग कार्रवाई और सचिव स्तर के तबादले आयुक्त स्तर से किये जाने पर सबसे ज्यादा सवाल खड़े हो रहे है। हो सकता है सचिव से फाइल पर मंजूरी ले ली गई हो लेकिन जो आदेश वायरल हो थे है वो आयुक्त स्तर से हुए ही प्रतीत हो रहे है।पिछले कई दिनों से चल रही तबादले की खिचड़ी आखिरकार अवैध शराब और शराब धर पकड़ की आड़ में पूरी हो ही गई है। जिला आबकारी अधिकारी देहरादून के पद से राजीव सिंह चौहान ड्यूटी में लापरवाही के इल्जाम में आबकारी आय़ुक्त दारा हटा दिये गये ज्बकि उनकी मातहत इंस्पेक्टर ऋषिकेश प्रेरणा बिष्ट दारा ही अवैध रूप से लाई गई शराब को पकड़ा गया था।लिहाजा ये कारवाई है या किसी को तैनाती दिए जाने के लिए सीट खाली कराया जाना ये समझ से परे है। इसी प्रकार गढवाल मंडल के सहायक आबकारी आयुक्त विनोद गोस्वामी को भी जिम्मेदार मानते हुये निलंबित करने की कार्रवाई की जा रही है लेकिन इनके खिलाफ कार्रवाई के लिये आबकारी आयुक्त दारा शासन को पत्र भेजा जा रहा है। ज्बकि प्रवर्तन में ही तैनात इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई को संस्तुति नही की जा रही है। हरिदार में जहाँ बिक्री के लिये लाई गई शराब में होलोग्राम विवाद में आबकारी इंस्पेक्टर संजय रावत को हटाय़ा गया है ज्बकि जिला आबकारी अधिकारी पवन सिंह को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया गया है ज्बकि ये शराब भंडारण उनके कार्यकाल से पहले का बताया जा रहा है। आबकारी विभाग ने कथित कार्रवाई की देर रात आधी अधूरी जानकारी साझा तो की लेकिन देहरादून राजीव सिंह के स्थान पर कौन आ रहा है ये सूचना नही जारी की। जानकारों की मानें तो सहायक आबकारी आयुक्त के पद पर डिप्टी एक्साइज कमिश्नर प्रभा शंकर मिश्र को लाया जा रहा है जो कि कुछ दिनों पहले ही हरिदार से हटे। एक ओर तो विभाग प्रमोशन न लेने वाले फार गो करने वालों पर कार्रनाई कर रहा है वहीं दूसरी ओर जूनियर पदों पर सीनियर अफशर तैनात करने का निर्णय़ ले रहा है। जानकारों की मानें तो प्रभा शंकर मिश्र के आदेश आज सचिव स्तर से जारी करायें जा सकते है क्योंकि आबकारी आयुक्त को ये अधिकार ्प्राप्त नही है।