स्वर्गीय जगमोहन सेठी को पत्रकारिता के भीष्म पितामह के रूप में किया गया स्मरण

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स्वर्गीय जगमोहन सेठी को पत्रकारिता के भीष्म पितामह के रूप में किया गया स्मरण

देहरादून। 27 अगस्त 2025

देहरादून स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित एक भावपूर्ण कार्यक्रम में खोजी पत्रकारिता के भीष्म पितामह कहे जाने वाले स्वर्गीय जगमोहन सेठी को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में पत्रकारिता जगत की जानी-मानी हस्तियों ने उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें एक निर्भीक, निष्पक्ष और सत्यनिष्ठ पत्रकार बताया, जिन्होंने अपने सूत्रों की सुरक्षा और गोपनीयता को हमेशा सर्वोपरि रखा।

कार्यक्रम में वक्ताओं ने बताया कि स्वर्गीय सेठी की लेखनी में वो ताकत थी जो सत्ता और अपराध के गठजोड़ को भी बेनकाब कर देती थी। उनके लिखे समाचारों ने कई बार प्रशासनिक अमले को भी हिला कर रख दिया। खास बात यह थी कि उन्होंने कभी भी अपने सूत्रों को उजागर नहीं किया, चाहे हालात कितने भी चुनौतीपूर्ण क्यों न रहे हों।

वक्ता बोले — सेठी जी के सूत्र होते थे खतरनाक

कार्यक्रम में वक्ताओं ने साझा किया कि सेठी जी की पत्रकारिता में जोखिम तो था, लेकिन उसमें सत्य की लौ भी थी। वे खबरों के पीछे की खबर ढूंढने में माहिर थे। उनकी लेखनी का प्रभाव ऐसा था कि कई बार शासन-प्रशासन को कार्रवाई करनी पड़ती थी।

पत्रकारों ने कहा — आदर्श हैं नई पीढ़ी के लिए

वरिष्ठ पत्रकारों ने कहा कि आज जब पत्रकारिता व्यवसायिकता और दबावों के बीच संघर्ष कर रही है, ऐसे समय में जगमोहन सेठी जैसे पत्रकारों की जरूरत और भी अधिक महसूस होती है। उन्होंने युवा पत्रकारों से आह्वान किया कि वे सेठी जी के आदर्शों को आत्मसात करें और पत्रकारिता की गरिमा को बनाए रखें।

कार्यक्रम में अनेक पत्रकार, संपादक, समाजसेवी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि स्वर्गीय सेठी की कार्यशैली और सोच आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत है। अंत में सभी ने खड़े होकर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।