कुम्भ मेला पुलिस की मानवीय पहल,हर जगह हो रही प्रशंसा।

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आईजी कुम्भ मेला संजय गुंज्याल1

देहरादून कुंभ मेला पुलिस द्वारा हर की पैड़ी एवं आसपास के क्षेत्र को भिक्षुक मुक्त बनाने का अभियान चलाया गया। लेकिन कुंभ मेला पुलिस द्वारा चलाया गया यह अभियान अपने आप में अनोखा और मानवीय संवेदनाओं से परिपूर्ण था। आज तक के इतिहास में हर की पैड़ी को जब भी भिक्षुक मुक्त बनाने का अभियान चलाया गया है तो वह अभियान मात्र भिक्षुकों को पकड़कर भिक्षुक गृह में दाखिल करने तक ही सीमित रहा है। जिसका परिणाम यह होता है कि पकड़े गए भिखारी भिक्षुक गृह की अभिरक्षा अवधि खत्म होने के बाद जैसे ही छूटते थे तो वापस हर की पैड़ी पर आकर भिक्षावृत्ति में लिप्त हो जाते थे और हर की पैड़ी फिर से भिखारियों से गुलजार नजर आने लगती थी।

लेकिन यह अभियान श्री अशोक कुमार पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड पुलिस की मानवीय पहल भिक्षा नही शिक्षा की अगली कड़ी के तौर पर चलाया गया। अभियान का उद्देश्य पकड़े गए भिक्षुक के जीवन में इस प्रकार का परिवर्तन लाना था, जिससे कि वह भिक्षावृत्ति त्याग कर सम्मानजनक जीवन जीने के लिए प्रेरित हो। अभियान का नेतृत्व श्री संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक कुम्भ मेला 2021 हरिद्वार को सौंपा गया।

अभियान की रूपरेखा विगत सप्ताह से ही पुलिस महानिरीक्षक कुम्भ मेला के मेला नियंत्रण भवन स्थित कार्यालय में बननी शुरू हो गई, जिसके अंतर्गत विभिन्न सरकारी विभागों, धार्मिक एवं समाजसेवी संस्थाओं से तालमेल बनाते हुए भिक्षुकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने पर मंथन हुआ।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सर्वप्रथम अभियान से जुड़े अधिकारीगण को अलग-अलग उत्तरदायित्व सौंपें गए।
श्री राजन सिंह अपर पुलिस अधीक्षक कुंभ मेला 2021 को पकड़े गए भिक्षुकों का माननीय न्यायालय से रिमांड प्राप्त करने एवं अन्य वैधानिक कार्रवाईयों को समय से कराने की जिम्मेदारी दी गई।

श्री वीरेंद्र डबराल पुलिस उपाधीक्षक को स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए पकड़े गए भिक्षुकों का कोरोना से संबंधित रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाने का उत्तरदायित्व दिया गया।

निरीक्षक श्री कैलाश चंद्र भट्ट को भिक्षुकों की शेविंग कटिंग कराने हेतु सैलून से वोलियेन्टर हेयर एक्सपर्ट को लाने की जिम्मेदारी दी गई।

श्री बड़ा उदासीन अखाड़ा एवं आईटीसी कंपनी से भिक्षुकों के लिए इनर थर्मल वियर, नए गर्म कपड़े एवं कंबल दान कराने की व्यवस्था कराई गई।

इसके अतिरिक्त श्री जन्मजेय खंडूरी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुम्भ मेला 2021 के मार्गदर्शन में श्री अनुज कुमार, श्री तपेश कुमार, श्री शांतनु पाराशर एवं श्री आशीष भारद्वाज पुलिस उपाधीक्षकगण कुंभ मेला 2021 हरिद्वार को समाज कल्याण विभाग, जनपद पुलिस आदि से समन्वय बनाकर भिक्षुक गृह में संपूर्ण व्यवस्थाओं को विधिवत एवं नियम अनुसार कराने का उत्तरदायित्व दिया गया।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार दिनांक: 06 जनवरी, 2021 को सर्वप्रथम कुंभ मेला पुलिस की एक टीम द्वारा सादे वस्त्रों में हर की पैड़ी क्षेत्र में जाकर भिक्षुकों के निवास एवं भीख मांगने वाले स्थानों की रेकी की गई तत्पश्चात को मेला पुलिस की अलग-अलग टीमों के द्वारा हर की पैड़ी चौकी प्रभारी श्री अरविंद रतूड़ी एवं उनके चौकी स्टाफ की सहायता से हर की पेडी एवं आसपास के क्षेत्रों भीख मांग रहे 103 भिक्षुकों को लाकर बस, विक्रम, टेंपो आदि से भिक्षुक गृह भेजा गया। इस दौरान सभी भिक्षुकों के हाथों को सैनिटाइजर से सैनिटाइज कर मास्क दिए गए।

पकड़े गए भिक्षुकों को भिक्षुक गृह रोशनाबाद लाकर उनका नाम पता आदि नोट किया गया और ततपश्चात स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की टीम द्वारा उनका कोरोना से संबंधित रैपिड एंटीजन टेस्ट करा गया। सौभाग्यवश एक भी भिक्षुक रैपिड एंटीजन टेस्ट में कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाया गया।

कोरोना टेस्ट के बाद सभी भिक्षुकों को समाज कल्याण विभाग की और से उपलब्ध कराया गया ताजा और साफ सुथरा भोजन कराया गया। समाज कल्याण विभाग द्वारा आगे भी लगातार इसी प्रकार भिक्षुकों के लिये भोजन का निशुल्क प्रबंध किये जाने का आश्वासन दिया गया है।

इसके बाद भिक्षुकों के कायाकल्प की कार्रवाई प्रारंभ की गई जिसके अंतर्गत सबसे पहले उनकी सेविंग-कटिंग का कार्य बुलाये गए वोलियेन्टर हेयर एक्सपर्ट द्वारा किया गया। इस दौरान कई भिक्षुक ऐसे पाए गए जिनके सिर में बुरी तरह से जुएं पड़ी थी और बाल गन्दगी से अटे पड़े थे। इस वजह से वह शारीरिक रूप से अत्यंत दुर्बल और बीमार स्थिति में आ चुके थे। कटिंग-सेविंग होने और बालों से जुओं सहित गंदगी दूर हो जाने के बाद उन्हें काफी राहत महसूस हुई। कटिंग-शेविंग के बाद कई भिक्षुक ऐसे थे जो शीशे में खुद को भी नही पहचान पाए।

संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक कुंभ मेला 2021 एवं महंत श्री दामोदर दास श्री बड़ा अखाड़ा उदासीन हरिद्वार द्वारा भिक्षुकों को विंटर थर्मल वेयर, नए गर्म कपड़े एवं नया ऊनी कंबल दिया गया।

श्री संजय गुंज्याल द्वारा मौजूद सभी भिक्षुकों से वार्ता की गई और उन्हें बताया गया कि इस बार कुंभ मेला पुलिस का उद्देश्य उन्हें पकड़कर सिर्फ भिक्षुक गृह में बंद करना नहीं है बल्कि जो लोग भिक्षावृत्ति छोड़कर सम्मानजनक तरीके से जीवनयापन करना चाहते हैं उनकी मदद करना भी है।

मेला आईजी द्वारा भिक्षुकों को बताया गया कि जो लोग कोई काम सीखने के इच्छुक हैं उन्हें उनकी योग्यता एवं शारीरिक स्थिति के अनुसार भिक्षुक गृह की अभिरक्षा अवधि के दौरान कोई हाथ का हुनर वाला काम सिखाया जाएगा ताकि वह भिक्षुक गृह की अभिरक्षा अवधि समाप्त होने के पश्चात स्वरोजगार कर सम्मान पूर्वक अपना जीवन यापन कर सकें।

इसके अलावा शारीरिक रूप से सक्षम भिक्षुकों को पुलिस की मेस, पुलिस लाइन एवं थानों के विभिन्न प्रकार कार्यों में संविदा पर भी रखा जाएगा। पुलिस महानिरीक्षक महोदय के इस आश्वासन से मौजूद भिक्षुकों में हर्ष की लहर दौड़ गई और अनेक भिक्षुक पुलिस के सहयोग से अपने जीवन को बदलने के लिए आशान्वित होकर तैयार हो गए।

दोनों पैरों से पोलियो ग्रस्त भिक्षुक सुनील जो कि सागर मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं और विगत 05 वर्षों से हर की पैड़ी पर भीख मांगने का काम करते हैं ने अपने मन की भावना दर्शाते हुए कहा कि वह मजबूरी में भीख मांगने का कार्य करते हैं, जो कि उन्हें बेहद अपमानजनक लगता है लेकिन अब कुंभ मेला पुलिस कि इस कार्यवाही से उनके मन में अपने उज्जवल भविष्य एवं सम्मानजनक जीवन के प्रति आशा का संचार हुआ है। कुछ इसी प्रकार की इच्छा और भावनाएं भिक्षुक दिनेश, गुड्डू, रामजीलाल, विजयराम दास एवं सुरेंद्र आदि द्वारा भी जताई गई।

आई लव यू पुलिस

पुलिस द्वारा दिए गए नए कपड़े पहन कर, कटिंग-सेविंग-बाथिंग लेकर एवं ताजा भोजन खाने के बाद मंदबुद्धि भिक्षुक किशन किसी छोटे बच्चे की तरह सिपाही राकेश को बोला आई लव यू पुलिस जिसे सुनकर वहां मौजूद पुलिस महानिरीक्षक कुंभ श्री संजय गुंज्याल सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी गण के चेहरे पर भी मुस्कान आ गई।

अभियान के दौरान भिक्षुकों की कटिंग-सेविंग का कार्य कर उनकी शारीरिक संरचना में आमूलचूल बदलाव करने वाले वोलियेन्टर सैलून हेयर एक्सपर्ट अशोक, गौरव और विकास भी इस मानवीय कार्य का हिस्सा बनने से खुद को गौरान्वित महसूस कर रहे थे। उनके द्वारा कहा गया कि वह लाखों लोगों के हेयर कटिंग का कार्य कर चुके हैं परंतु जो सुकून और संतुष्टि का एहसास आज उन्हें इन लाचार भिक्षुको के बाल काट कर मिला है वह हजारों रुपए कटिंग फीस लेकर भी आज तक नहीं मिला।

संपूर्ण अभियान में फील्ड स्तर पर अहम योगदान निभा रहे नवनियुक्त पुलिस उपाधीक्षक श्री अनुज कुमार, श्री तपेश चंद, श्री शांतनु पराशर एवं श्री आशीष भारद्वाज के द्वारा अभियान के संबंध में अपना व्यक्तिगत अनुभव को साझा करते हुए बताया कि वे अभी तक अपनी अल्पकालीन पुलिस सेवा में अपराध एवं अपराधियों से संबंधित पुलिस कार्यवाही ही करते आए हैं। पहली बार पुलिस ड्यूटी के मानवीय एवं संवेदनशील पक्ष से रूबरू होने का मौका मिला है, जिससे वह अत्यंत खुशी एवं गौरव का अनुभव कर रहे हैं।

भिक्षुक गृह में भिक्षुकों का कोरोना सम्बंधित रैपिड एंटीजन टेस्ट करने और मेडिकल चेकअप कर बीमार भिक्षुकों का उपचार करने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्य भी इस पुनीत कार्य मे सहभागी बनने से गर्व की अनुभूति कर रहे थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम में डॉ अक्षय चौहान, डॉ अनमोल सिंह सहित सहायक स्टाफ श्री हिमांशु कश्यप, सुश्री अंशिका बिष्ट, सुश्री कोमल एवम सुश्री रजिया सम्मिलित रहे।

श्री संजय गुंज्याल द्वारा अभियान से जुड़े समस्त अधिकारी/कर्मचारीगण को निर्देशित किया गया कि इस अभियान का संचालन अनवरत रूप से किया जाता रहे।