देहरादून आस्था का प्रतीक विश्व प्रसिद्ध कुंभ मेला 2021 के लिये सरकार ने अपना सारा होमवर्क बडे अनुसंधान व बिंदुवार तैयार कर लिया है। कोविड काल को देखते हुये सरकार ने बडे गोपनीय तरीके से बिना शोर शराबा किये हुये ठोस प्लान तैयार कर लिया है। खास बात ये है कि कुंभ मेला आयोजन में सरकार ने आईसीएमआर की गाइड पालन कराते हुये मेला सकुशळ संपन्न कराने की तैयारी कर ली है। हालांकि अभी हालांकि अभी इस पर अंतिम मुहर लगना बाकी है।
धर्मनगरी हरिदार मे कुंभ मेला 1 जनवरी से शुरु होगा ये सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है। लिहाजा श्रद्धालुओं से लेकर अखाडों संतों को लेकर सभी तैय़ारियं को अंतिम रूप दिया चुका है। कुंभ मेले की अहम जिम्मेदारी आईजी संजय गुंज्याल के कंधों पर सरकार ने सौंपी है। संजय गुंज्याल हरिदार में बतौर कप्तान शानदार कार्यकाल भी व्यत्तीत कर चुके है। स्थानीय स्थितिय़ों से लेकर संत समाज मे उन्हे अच्छी समझ होने के साथ साथ कुंभ मेले के मद्देनजर भी अच्छी जानकारी रखते है। कुंभ मेला आयोजन मे सरकार सुरक्षा के साथ ही कोविड के लिहाज से स्वास्थ्य संबंधी गाइडलाइन का पालन भी कराने जा रही है। तैयार प्रजेंटेशन में कहा गया है कि हरिदार कुंभ मेला क्षेत्र में 192 वर्ग किमी में घाट है ये ऐसे घाट है जहाँ श्रद्धालु कुंभ के समय मे डुबकी लगाने आते है। सामान्य दिनो में इनमें एक बार में छह लाख श्रद्धालू डुबकी लगा सकते है। यदि कोविड काल रहा तो आईसीएमआर की गाइडलाइन के लिहाज से दूरी का पालन करते हुये 1 लाख श्रद्धालू डुबकी लगा सकते है। दूरी का पालन होगा हर घाट हर स्थल पर चाक चौबंद व्यवस्था होगी। कुंभ मेले के प्रमुख शाही स्नान के लिये भी सरकार के रूट प्लान को आखडो ने मंजूर कर लिया है।
आनलाइन पंजीकरण,मिलेगा पता
कुंभ मेले में आने वाले हर श्रद्धालु की जानकारी सरकार के पास होगी साथ ही आने वाले श्रद्धालू को सरकार सुविधा भी देगी इसके लिये खास प्लान तैयार हुआ है। आने वाले श्रद्धालुओ के पंजीकरण केलिये एक पोर्टल तैयार हो रहा है। इ्स पोर्टल मे पंजीकरण के साथ ही श्रद्धालू को निकटम घाट की जानकारी दी जायेगी जहाँ जाकर वो डुबकी लगा सकता है साथ ही रूट प्लान भीड व निकटम सुविधायें जैसे मेडिकल रेलवे बस आदि की भी जानकारी मिलेगी। आईजी कुंभ मेला संजय गुंज्याल ने बताया कि अभी तैयारियां अंतिम दौर में है जल्द ही उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार हरिदार में फोर्स तैनाती व अन्य काम शुरु होगें।