देहरादून हरिदार जिले के मंगलौर कोतवाली में हुए विवाद व लाठीचार्ज के मामले में सीएम आफिस के हस्ताक्षेप के बाद कोतवाल यशपाल बिष्ट को दून मुख्यालय जिले से वापस भेज दिया गया है। इससे पहले भी यशपाल का तबादला विवाद के चलते हरिदार से दून मुख्यालय ही हुआ था। दरअसल भाजपाईयों के साथ हुए विवाद में पहले यशपाल का तबादला मंगलौर से रूडकी कोतवाली किया गया इससे रूडकी भाजपा व कार्यकर्ताओ में विरोध शुरु हो गया था। वहीं विधायक देशराज कर्णवाल जिनकी मौजदूगी में मंगलौर कोतवातली में सबकुछ हुआ वो सीएम के पास सचिवालय में ही मौजूद थे। सूत्रों की मानें तो सीधे सीएम दफ्तर ने मामले की फौरी समीक्षा ये पाया कि एक जगह से हटाकर दूसरी जगह तैनाती देना उचित नही प्रतीत होता है। वही यदि कोतवाल स्वयं ही आपा खो देंगे तो कैसे व्यबस्था बनेगी।सूत्र बताते है कि विधायक देशराज कर्णवाल ने पूर्व की कुछ घटनाओं का भी जिक्र किया था। को लिहाजा देर रात यशपाल बिष्ट को हरिदार से हटाकर दून डीआईजी रेंज कार्यालय भेजने के आदेश जारी किये गये है। वहीं भाजपाईयों के खिलाफ भी कल ही ठगी के मामले में पीडित परिवार ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुये कई गंभीर आरोप लगाये है।