देहरादून बुधवार रात गढ़वाल मंडल में हुई भारी बारिश से बाबा केदारनाथ धाम को जाने वाला मुख्य मार्ग बाधित हो गया है और राज्य सरकार को अगले तीन दिनों के लिए यात्रा को रोकना पड़ा है यह बात अलग है कि आपदा काल में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह अपनी टीम संग फ्रंट पर लीड करते हुए एक-एक जान को बचाने के लिए प्रतिबद्ध नजर आ रहे हैं वहीं इलाके में इस बात की चर्चा भी लोगों में जोरों पर अब चल रही है कि क्या बाबा केदारनाथ के नाम पर हो रही राजनीति से बाबा केदारनाथ नाराज हैं पहले केदारनाथ पैदल मार्ग बाधित होने के बाद आज सोनप्रयाग में जिस प्रकार से मलबा आया उसे सोनप्रयाग का बाजार पूरी तरह प्रभावित हो गया है और एक अहम पड़ाव भी बाधित हुआ है बाबा केदारनाथ धाम के नाम पर मंदिर जो कि दिल्ली में बनना है के नाम पर शुरू हुई राजनीति और इन सब के बीच बहुत पुराने केदारनाथ मंदिर में कथित सोने का मामला जोर-जोर से सोशल मीडिया में एक एजेंडे के रूप में चलाए जाने लगा इसे उत्तराखंड की छवि को तो धक्का लगा ही स्थानीय लोगों में भी एक नाराजगी आज भी बरकरार है इलाके के कई बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि ऐसा लग रहा है हालातो को देखकर की बाबा केदार चाहते ही नहीं कि उन्हें देखने उनके दर्शन करने उनका आशीर्वाद लेने कोई भी व्यक्ति न आए। यह आपदा बाबा के अति प्रिय सावन माह में होने पर भी लोग और ज्यादा हैरान है। इन सब के बीच केदारनाथ उपचुनाव से ठीक पहले कांग्रेस की प्रस्तावित केदारनाथ यात्रा भी आपदा के चलते प्रभावित हुई है