देहरादून। शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी तथा अपर राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा अभियान / संयुक्त निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, उत्तराखण्ड डा० मुकुल कुमार सती द्वारा उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर का निरीक्षण किया गया। उनके द्वारा सभी अनुभागों का भ्रमण किया गया तथा विभिन्न अनुभागों द्वारा किए जाने वाले कार्यों की प्रगति की समीक्षा की तथा किए जा रहे कार्यों पर संतोष व्यक्त किया।
उन्होनें परिषद के मुख्य भवन की साज-सज्जा व परिसर के सौन्दर्याकरण के निर्देश परिषद के अधिकारियों को दिए । उन्होनें परिषद् के अधिकारियों की बैठक में परिषद् के सभी रिकाडों को डिजिटाइज करने, हाईस्कूल-इण्टर के बोर्ड परीक्षा परिणाम को डिजिलॉकर पर भी घोषित करने के निर्देश दिए साथ ही उन्होनें परिषद में मानव संसाधनों व अन्य भौतिक संसाधनों की आपूर्ति हेतु प्रस्ताव प्रेषित करने हेतु भी परिषद् के अधिकारियो को निर्देशित किया गया।
उन्होने कहा कि परिषद को देश के अन्य शिक्षा बोडों की अच्छी प्रैक्टिसेज का स्थलीय अध्ययन करना चाहिए तथा प्रदेश के अनुकूल होने पर उनको अपनाना भी चाहिए। इसके पश्चात महानिदेशक तथा संयुक्त निदेशक महोदय द्वारा राजकीय इण्टर कॉलेज रामनगर का भी निरीक्षण किया गया। विद्यालय सुचारू रूप से संचालित था। उनके द्वारा प्रधानाचार्य को विद्यालय की खाली पड़ी भूमि के छात्र हित में उपयोग हेतु प्रस्ताव तैयार कर विभाग को प्रेषित करने के लिए निर्देशित किया गया। उन्होनें विद्यालय के किचन गार्डन को और अधिक विकसित करन की आवश्यकता बताई। उन्होले खण्ड शिक्षा अधिकारी रामनगर को राजकीय इण्टर कालेज रामनगर तथा अटल उत्कृष्ट राजकीय बालिका विद्यालय, रामनगर द्वारा संसाधनों को परस्पर साझा करने हेतु पत्र निर्गत करने के निर्देश दिए। उन्होनें बताया कि राजकीय इण्टर कालेज, रामनगर पीएम श्री विद्यालय के रूप में चयनित है और शीघ्र ही समस्त आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता विद्यालय में सुनिश्चित की जायेगी। निरीक्षण के दौरान विद्यालयी शिक्षा परिषद्, रामनगर के अपर सचिव वी० पी० सिमल्टी, संयुक्त सचिव शिवपूजन सिंह, खण्ड शिक्षा अधिकारी श्याम सिंह बिष्ट, प्रधानाचार्य बी०एस० मनराल, परिषद के शोध अधिकारी शैलेन्द्र जोशी आदि उपस्थित थे।