भारतीय टीम ने पहली बार फाइनल में कदम रखा था और इस टीम ने 14 बार की विजेता इंडोनेशिया को मात दे इतिहास रच दिया.
भारतीय बैडमिंटन के लिए आज का दिन ऐतिहासिक दिन है क्योंकि टीम इंडिया ने वो कर दिखाया है जो आज से पहले कभी नहीं हुआ था. भारत ने थॉमस कप को पहली बार जीता है. फाइनल में भारत ने इंडोनेशिया को 3-0 से मात देकर ये जीत हासिल की और इतिहास रचा. भारत 1979 के बाद से कभी भी इस थॉमस कप के सेमीफाइनल से आगे नहीं जा सका है. इस बार भारतीय खिलाड़ियों ने इससे आगे का सफर तय किया है. भारत ने सेमीफाइनल में डेनमार्क को मात दे फाइनल में जगह बनाई. डेनमार्क ने 2016 में ये टूर्नामेंट जीता था और फिर फाइनल में इस टूर्नामेंट की सबसे सफल टीमों में से एक को मात दे इतिहास रच दिया.
भारत की तरफ से लक्ष्य सेन ने इंडोनेशिया के एंथनी गिनटिंग को 21-8 17-21 16-21 से हराकर टीम को 1-0 की अहम बढ़त दिलाई। इसके बाद डबल्स में भारत की सात्विक और चिराग की जोड़ी ने धमाकेदार खेल दिखाते हुए 18-21, 23-21, 21-19 से जीत हासिल कर टीम को 2-0 की बढ़त दिलाई। फिर तीसरे मैच में के श्रीकांत ने जोनाथन को सीधे गेम में 21-15, 23-21 से हराकर टीम को 3-0 की बढ़त दिलाते हुए ऐतिहासिक जीत दिला दी।