चौखुटिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सकों के साथ अभद्रता, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने की आशंका

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चौखुटिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सकों के साथ अभद्रता, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने की आशंका

अल्मोड़ा, 25 अक्तूबर 2025।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चौखुटिया में कार्यरत चिकित्सकों ने हाल के दिनों में अस्पताल परिसर में हो रही अभद्र घटनाओं और असामाजिक तत्वों द्वारा शासकीय कार्यों में बाधा डालने पर गहरी चिंता व्यक्त की है। इस संबंध में चिकित्सकों द्वारा प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ, शाखा रानीखेत को ज्ञापन सौंपा गया है।

ज्ञापन में कहा गया है कि कुछ असामाजिक व्यक्तियों द्वारा अस्पताल परिसर में लगातार नारेबाजी, गाली-गलौज और धमकाने जैसी घटनाएं की जा रही हैं, जिससे अस्पताल का कार्य वातावरण प्रभावित हो रहा है। चिकित्सकों ने बताया कि वे सीमित संसाधनों के साथ 24×7 स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, लेकिन ऐसे माहौल में कार्य करना अत्यंत कठिन हो गया है।

ज्ञापन के अनुसार, अस्पताल में तैनात महिला चिकित्सा अधिकारियों — डा. दीप्ति शिखा और डा. सुरभि माथुर — ने भी अभद्र व्यवहार और धमकी की घटनाओं की मौखिक शिकायत दर्ज कराई है।
डा. दीप्ति शिखा ने बताया कि एक मरीज के तीमारदारों ने न केवल उनसे ऊंची आवाज़ में बात की, बल्कि बिना अनुमति उनके कार्यस्थल का वीडियो भी बनाया। विरोध करने पर वीडियो बनाना बंद किया गया। इसी तरह, 21 अक्तूबर को एक अन्य तीमारदार ने डा. शिखा को बाहर मिलने की धमकी दी।
इसी प्रकार, 10 अक्तूबर की रात डा. सुरभि माथुर के साथ भी एक मरीज के तीमारदार द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया।

दोनों महिला चिकित्सकों ने बताया कि इस तरह की घटनाओं से उन्हें अपनी जान-माल की सुरक्षा को लेकर भय है और वे मानसिक रूप से अत्यधिक तनाव में हैं।

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि 23 अक्तूबर को दोपहर लगभग 2 बजे कुछ व्यक्तियों ने अस्पताल परिसर में आकर चिकित्सक डा. अमित रतन सिंह के खिलाफ नारेबाजी की और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। घटना की कुछ वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर भी प्रसारित की गई हैं।
चिकित्सकों का कहना है कि जिन मरीजों को इलाज और भोजन न मिलने का आरोप लगाया गया, उन्हें समय पर सभी सुविधाएं दी गई थीं, जिसका पूरा रिकॉर्ड अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज और बीएचटी रजिस्टर में उपलब्ध है।

अस्पताल प्रशासन के अनुसार, विगत अप्रैल 2025 से अब तक चौखुटिया सीएचसी में 20,615 ओपीडी मरीज, 2,337 आपातकालीन सेवाएं, 1,033 आईपीडी मरीज, 126 सामान्य प्रसव और 117 रेफरल केस (जिनमें 9 गर्भवती महिलाएं शामिल हैं) दर्ज किए गए हैं।

चिकित्सकों ने कहा कि इतने भारी कार्यभार के बावजूद यदि इस तरह का उत्पीड़न और झूठे आरोप जारी रहे, तो वे मानसिक और पेशेवर रूप से कार्य करने में असमर्थ हो जाएंगे।

अंत में संघ ने प्रशासन से मांग की है कि अस्पताल परिसर की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाए, दोषी व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और चिकित्सकों को सुरक्षित व सम्मानजनक कार्य वातावरण उपलब्ध कराया जाए।