रुड़की के बेलड़ा गांव में हुए उत्पात का एक अहम वीडियो आया सामने,इंस्पेक्टर की हत्या की कुछ युवक करना चाहते थे हत्या

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देहरादून रूडकी के बेलड़ा गांव में 12 जून को हुए उत्पात का एक सबसे अहम वीडियो सामने आया है। जिससे साफ हो गया है कि एक बडी साजिश व षडयंत्र के जरिये जिले की कानून व्यवस्था को  बिगाडने के साथ साथ सरकार की छवि को भी खराब करने का खेल खेला गया था।  हादसे में हुई युवक की मौत की घटना के बाद हुए उत्तपात पुलिस पर पथराव व पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमले की घटना के दिन का एक अहम वीडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल होने लगा है। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि एक समूह विशेष में कैसे अपराधी प्रवृत्ति के कुछ युवक हाथो में लाठी डंडे से लैस होकर ड्यूटी पर तैनात इंस्पेक्टर मंगलौर रहे मनौज मैनवाल को बुरी तरह दौडा दौडाकर घेरकर पीट रहे है। वीडियो में गाली गलौज देते हुये अपराधी प्रवृत्ति के युवक सीधे जान से इंस्पेक्टर को मार दो ये मौके पर मौजूद भीड को चिल्ला चिल्ला कर कह रहे है। इंस्पेक्टर ने यदि बाडी प्रोटेक्टर न पहना होता तो शायद कुछ और ही हो गया होता मामले की जांच फिलहाल जारी है

इस संवेदनशील मामले में जहाँ कांग्रेस  व कुछ अन्य दलों को अपना चुनावी भविष्य़ दिख रहा है और अलग अलग जाति समूहों के साथ खडे होकर अपनी मानवता सदशयता दिखा रहे है वहीं ये विषय कानून व्यवस्था और इस मामले में हुई पूरी साजिश के खिलाफ एक सख्त कार्रवाई कर नजीर पेश करने का का है। मामले में मुख्यमंत्री सीधे हस्ताक्षेप कर चुके है और कमिश्नर गढवाल से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। 

सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र स्थित बेलड़ा गांव में 11 जून की रात गांव के रास्ते पर पंकज का शव ट्रैक्टर-ट्राॅली के पास पड़ा मिला था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। अगले दिन परिजनों व ग्रामीणों ने कोतवाली पहुंचकर गांव के ही कुछ लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए घेराव किया था। शाम को शव गांव लाने पर जमकर हंगामा हुआ था। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग कर दो घरों में तोड़फोड़ करते हुए लूटपाट की थी। इसमें दो इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पंकज की मौत की वजह हादसा होना आया था।