हरिद्वार, हरिद्वार रूड़की पर विवादित भूमि में हो रही प्लाटिंग को लेकर सिस्टम् की नींद टूटती नहीं दिख रही है। वेस्ट यूपी के कुख्यात और राजनैतिक संरक्षण में हो रही प्लॉटिंग को लेकर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय में शिकायत करने की तैयारी कर ली गई है। अवैध तौर पर काटी जा रही कालोनी से माफिया संस्कृति भी विकसित हो रही है, जो शांत राज्य के लिए ठीक संकेत नहीं है।
रानीपुर झाल के पास विकसित हो रही इस कालोनी को लेकर विवाद कई बरस से चला आ रहा है।
ज्वालापुर का वैश्य परिवार इस भूमि पर अपना दावा करता है लेकिन कई बरस पहले इस भूमि में माफियाओं की एंट्री होगई थी। तब से भूमि का प्रकरण सुलट नहीं हो सका है।
वेस्ट यूपी का एक कुख्यात भी इस भूमि के प्रकरण में शामिल है, उसी के ही गुर्गों ने ज्वालापुर के परिवार को दरकिनार करते हुए दिल्ली के कारोबारी से औने पौने दाम में भूमि खरीद लेने का दावा किया है।
ज्वालापुर के परिवार की सिस्टम में सुनवाई नहीं हो रही है, उसकी वजह कुख्यात के गुर्गों का राजनैतिक छतरी के नीचे होना है। चर्चा है कि कुख्यात के गुर्गे ही इस भूमि से करोड़ों के वारे न्यारे करने में जुटे है। करोड़ों की रकम कुख्यात से लेकर सिस्टम को हैंडल कर रहे एक रसूखदार नेताजी की झोली में आनी है, लिहाजा सिस्टम आंखें मूंदे बैठा है।
शांत राज्य में इस तरह के गठजोड़ बेहद ही घातक सिद्ध होंगे, यह तय है। वेस्ट यूपी के माफिया की मिलीभगत से हो रही इस प्लाटिंग को लेकर कई सभ्रांत नागरिक पीएमओ तक शिकायत करने का मन बना चुके है क्योंकि उनका मकसद माफिया के कदम रोकना है।
माफिया से हाथ मिला चुके नेताजी की हकीकत भी उनकी पार्टी में शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचने की तैयारी उन्हीं की पार्टी के कई स्थानीय नेताओं ने कर ली है। देखना दिलचस्प होगा कि अवैध प्लाटिंग को लेकर सिस्टम का इकबाल जागता है या नहीं।