देहरादून करप्शन पर जीरो टॉलरेंस को असल मायनो में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कर दिखाया है। राज्य गठन के बाद आईएएस रामविलास यादव की गिरफ्तारी अपने आप में सब कुछ पानी की तरह साफ कर रही है। देर रात दो बजे के करीब विजिलेंस ने राम विलास यादव की लिखा पढी में गिरफ्तारी दिखाते हुये उन्हे विजिलेंस मुख्यालय में बने हवालात के भीतर पंहुचा दिया है। आज दोपहर बाद राम विलास यादव को कोर्ट में पेश किया जायेगा।
आय से 500 गुना अधिक संपत्ति आर्जित करने वाले यादव मुख्यमंत्री धामी के निर्देशों पर विजिलेंस में दर्ज मुकदमे के बावजूद बेखौफ होकर घूम रहे थे। बार बार बुलाये जाने के बावजूद भी राम विलास यादव अपने बयान दर्ज कराने विजिलेंस दफ्तर नही पंहुच रहे थे। इसके बाद विजिलेंस के एडीजी अमित सिन्हा ने अपनी टीमों को ब्रीफ किया और कानून के दायरे में रहते हुये राम विलास यादव के खिलाफ धेरांबंदी तेज कर दी। सूत्रों की मानें तो इस कार्रवाई पर मुख्यमंत्री धामी व उनकी टीम की भी पैनी नजर थी। राम विलास यादव के ठिकानों पर विजिलेंस की रेड ने सब कुछ साफ कर दिया था कि आखिर कितनी मजबूती के साथ सरकार जांच में जुटी है।हाईकोर्ट रिलिफ के लिये गये यादव को कोर्ट से भी राहत नही मिली है और देर रात 2 बजे विजिलेंस ने अरेस्ट कर लिया है।