
उत्तराखंड के पर्वतों में पहली बार होगी हाई-ऑल्टिट्यूड मैराथन, गूंजी वैली से होगी शुरुआत
पर्यटन को नई दिशा देने के लिए सीएम धामी के निर्देश पर बड़ा कदम
देहरादून:
उत्तराखंड सरकार अब राज्य के पर्यटन को रूटीन स्थलों और कार्यक्रमों से आगे बढ़ाकर रोमांच और साहसिक गतिविधियों की ओर मोड़ने जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के तहत प्रदेश में पहली बार हाई-ऑल्टिट्यूड मैराथन का आयोजन किया जाएगा। इसकी शुरुआत कुमाऊं क्षेत्र की गूंजी वैली से की जाएगी। यह ट्रेक लगभग 72 किलोमीटर लंबा होगा और इसे चुनौतीपूर्ण तथा साहसिक माना जा रहा है।
पर्यटन विभाग के सचिव धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि इस अनूठी पहल का उद्देश्य राज्य में साहसिक और अनुभवात्मक पर्यटन को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि गूंजी वैली के बाद गढ़वाल की नीति वैली में भी इस तरह की मैराथन का आयोजन किया जाएगा।
क्या है खास?
पहाड़ों में पहली हाई-ऑल्टिट्यूड मैराथन, जो सामान्य मैदानी मैराथनों से कहीं ज्यादा कठिन होगी।
72 किलोमीटर लंबा ट्रेक, जो प्रतिभागियों को प्राकृतिक सुंदरता, दुर्गम रास्तों और उच्च हिमालयी चुनौतियों से रूबरू कराएगा।
पर्यटन विभाग ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर रूट मैप और व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
पर्यटन में नया अध्याय
मुख्यमंत्री धामी ने पहले ही संकेत दिए थे कि उत्तराखंड को सिर्फ चारधाम और मसूरी-नैनीताल तक सीमित नहीं रखा जाएगा। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए यह आयोजन राज्य के पर्यटन परिदृश्य को नया मुकाम देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
स्थानीय युवाओं को मिलेगा लाभ
इस आयोजन से न केवल क्षेत्र में पर्यटन बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर भी मिलेंगे। गाइडिंग, होमस्टे, लॉजिस्टिक सपोर्ट और एथलीट सहयोग के माध्यम से स्थानीय सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।
उत्तराखंड का यह प्रयास पर्वतीय पर्यटन को एक नया मुकाम देगा। हाई-ऑल्टिट्यूड मैराथन जैसे आयोजन रोमांचक खेल प्रेमियों को आकर्षित करेंगे और राज्य को साहसिक पर्यटन का हब बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे।