देहरादून राज्य पुलिस के दरोगाओं का इंस्पेक्टर बनने का सपना चार साल बाद पूरा तो जैसे तैसे हो गया।प्रमोशन के लिये दरोगा से प्रमोट होकर इंस्पेक्टर बने पुलिसकर्मी आज भी तैनाती की राह देख रहे है। पहले पुलिस मुख्यालय से आईजी रेंज कार्यालयों को इन्हे तैनाती देने के आदेश हुये थे। जिसे बाद में पुलिस मुख्यालय ने स्वयं मुख्यालय स्तर से तैनाती देने का निर्णय़ किया। सितंबर से दो माह बीतने के बाद अभी तक तैनाती पर निर्णय नही हो सका है।
आपको बताते चलें कि राज्य पुलिस के 88 दारोगाओं का इंस्पेक्टर बनने का ख्वाब सितंबर में वर्ष 2016 मे फंसे पेंच के बाद पूरा हो गया था। दारोगाओं की पदोन्नति में पेच वर्ष 2016 में फंसा तो प्रक्रिया उलझती ही चली गई। नतीजा यह हुआ साल 2017, 18 और 19 में एक भी दारोगा की पदोन्नति नही हो सकी।उत्तराखंड पुलिस में पदोन्नति की पारदर्शी व्यवस्था के लिए करीब दो साल पहले नियमावली लाई गई थी, लेकिन नियमावली में कुछ पेच ऐसे फंसे कि मंजूरी के बावजूद भी इस पर अंतिम निर्णय नही लिया जा सका था।
राज्य के कई जिलो में एक कोतवाली में दो या दो से अधिक तीन स्टार इंस्पेक्टर हो चुके है। हरिदार जैसे अहम जिले में भी ये स्थिति बन चुकी है की तीन स्टार के दो दो पुलिसकर्मी एक ही कोतवाली अथवा थाने में है। इससे कई व्यवहारिक दिक्कतें भी पुलिसकर्मियों के सामने आ रही है। राजधानी दून की कोतवाली,ऋषिकेश डोईवाला व एसआईएस में तो पांच दरोगा इंस्पेक्टर बने है। ज्बकि साइबर व दूसरे क्षेत्रो में जांच व कार्रवाई के लिये इनकी दरकार है। आईजी पुलिस मुख्यालय पुष्पक ज्योति के मुताबिक प्रमोशन के बाद तैनाती की प्रक्रिया गतिमान है जल्द ही आदेश जारी कर दिये जायेंगें।