उत्तरकाशी के गंगोत्री इलाके में भारत-तिब्बत के बीच व्यापारिक रिश्तों की गवाह रही गरतांग गली को पर्यटकों के लिए खोला गया है जिसपर कुछ अराजक तत्वो द्वारा लकड़ी की बनी इसकी रैलिंग पर अपना नाम गोदकर इसकी भव्यता को बदरंग बनाया गया है।जिसपर वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद सिंह की तहरीर पर उत्तरकाशी से गंगोत्री थाने में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धारा 427 के तहत अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। आपको बतादें कि इस गली को 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद सुरक्षा कारणों के चलते बंद कर दिया गया था। हाल ही में इस गली का जीर्णोद्धार कराया, जिसमें देवदार की लकड़ी से दोबारा सीढ़ीदार रास्ता तैयार किया गया है। जिसमे भारी पर्यटकों का जमावड़ा देखने को मिल रहा है। वहीं मामले को गम्भीर बताते हुये डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग का कहना है कि मुकदमा दर्ज किया गया है और जल्द उचित कारवाई के आदेश दिए गए हैं।