यमुनोत्री से लेकर गंगोत्री हाईवे पर जगह-जगह गेट सिस्टम के चलते यात्री हलकान हैं। गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी और हर्षिल के बीच सोनगाड में सुबह से जाम में फंसे यात्रियों ने उत्तराखंड हाय हाय के नारे लगाए। शाम को हीना में फंसे यात्रियों ने भी हंगामा किया। उधर, यमुनोत्री धाम के मुख्य पड़ाव ब्रह्मखाल में भी यात्रियों ने हंगामा काटा।
बता दें कि चारधाम यात्रा को अभी चार ही दिन हुए हैं और चार दिन में ही सरकार सहित शासन और प्रशासन को यात्रा अव्यवस्थाओं के चलते यात्रियों के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति अभी भी प्रशासन और पुलिस के कंट्रोल से बाहर है। जनपद मुख्यालय से लेकर दोनों घाटियों गंगा व यमुना में यात्री परेशान है।
गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी और हर्षिल के बीच सुबह से जाम में फंसे यात्रियों ने शासन-प्रशासन की व्यवस्थाओं को जीरो बताया। गंगोत्री धाम के होटल व्यवसाय और व्यापारियों का कहना जिन यात्रियों ने बुकिंग की थी वह धाम नहीं पहुंच पाए।
हर्षिल घाटी के स्थानीय लोगों का कहना है कि जाम खुलवाने के लिए कहीं पर भी पुलिस और प्रशासन के लोग नहीं दिख रहे हैं। उधर, गंगोत्री हाईवे के बाद यमुनोत्री धाम के मुख्य पड़ाव ब्रह्मखाल में भी यात्रियों ने हंगामा किया
यात्रियों को धरासू-यमुनोत्री हाईवे पर स्थित ब्रह्मखाल में रोकने पर यात्रियों ने प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई। ब्रह्मखाल के आसपास करीब दो किमी का जाम लगा हुआ है। प्रशासन की ओर से यात्रियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन अब यात्रियों के सामने रात गुजारने की समस्या खड़ी हो गई। देर रात तक भी जगह-जगह यात्री परेशान रहे।
चारधाम यात्रा पर आए यात्रियों में से कुछ रामलीला मैदान में अपने वाहनों के आसपास ही रहने को मजबूर हैं। वे यहां वाहनों के आस-पास अंधेरे में ही खाना बना रहे हैं। यहां प्रशासन की ओर से पार्किंग की व्यवस्था की गई है] लेकिन पार्किंग में प्रकाश व्यवस्था तक नहीं की गई है।