हादसों पर रोकथाम के लिये तीन सदस्यीय कमेटी गठित की।
देहरादून जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने जिले में सडक हादसों पर अंकुश लगाने मार्किंग व ब्लैकस्पॉट पर अभियान चलाकर एक्शन लेने के आदेश दिये है। डीएम ने कहा अधिक एक्सीडेंट वाले इलाकों को चिन्हित कर रूट मैपिंग समेत निकटम अस्पताल के साथ पूरा विधिवत प्लान तैयार करें। बैठक में पूरी सूचना के साथ न पंहुचने वालों के डीएन ने पेंच भी कसे है।
डीएम डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने परिवहन विभाग, यातायात पुलिस, लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सभी विभागों को निर्देश दिये कि सड़क दुर्घटनाओं पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए हरसंभव प्रयास को अमल में लायें और इसके सुधारीकरण कार्यों में तेजी से काम करें। उन्होंने सड़क सुरक्षा समिति के सदस्यों को निर्देश दिये कि विभिन्न क्षेत्रों में सड़क दुर्घटना हो जाने की स्थिति में गंभीर तथा सामान्य चोटिल दोनों तरह के पेशेन्ट्स के त्वरित उपचार के लिए पहले से ही अस्पतालों की मैपिंग (चिन्हित) कर लें, सम्बन्धित अस्पताल प्रबन्धन के दूरभाष नम्बर कलैक्ट कर लें तथा कालसी से चकराता-त्यूनी-नागथात रूट पर सम्बन्धित रूट के अनुसार दुर्घटना संभावित क्षेत्र, आगे तीव्र मोड़ है, पत्थर गिरने की वाला जोखिम क्षेत्र इत्यादि के साइन बोर्ड चस्पा कर दें तथा सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के दूरभाष नम्बर भी अंकित कर दें। उन्होंने लोक निर्माण विभाग और समिति के सदस्यों को वर्षाकाल समाप्ति के पश्चात 15 सितम्बर से विभिन्न रूट पर जेब्रा क्रासिंग और सड़को पर आवश्यकतानुसार जरूरी माॅर्किंग करने के निर्देश दिये। साथ ही लोक निर्माण विभाग तथा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को तत्काल सुगम आवागमन में आ रही बाधाओं को ठीक करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को निर्देश दिये कि विभिन्न क्षेत्रों में जहां पर भी ब्लैक स्पाॅट ठीक करने का कार्य अवशेष है उनको तत्काल पूर्ण करें। उन्होंने परिहन विभाग और पुलिस विभाग को एन्फोर्समेंट की संतोषजनक प्रगति ना होने पर कारण पूछा तथा निर्देश दिये कि विभिन्न क्षेत्रों में लगातार निरीक्षण कर एन्फोर्समेंन्ट की कार्यवाही प्रारम्भ करें। खासकर उन्होंने अगले 15 दिन में ओवर स्पीडिंग पर फोकस रखते हुए दोनों विभागों को विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने समय-समय पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने तथा इसके पीछे के कारणों को समझने के लिए अपर जिलाधिकारी प्रशासन, पुलिस अधीक्षक नगर तथा एआरटीओ प्रशासन को शामिल करते हुए 3 सदस्यों की एक समिति गठित की जो विभिन्न दुर्घटनाओं के कारणों और उसकी रोकथाम से सम्बन्धित सुझाव देगी। उन्होंने लोक निर्माण विभाग और परिवहन विभाग को निर्देश दिये कि ऐसे टी जंक्शन जहां पर कुछ समय से दुर्घटना हो रही हैं उनका संयुक्त निरीक्षण करते हुए आवश्यक सुधारीकरण की कार्यवाही करें। उन्होंने लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और यातायात पुलिस को परिवहन विभाग से सडक दुर्घटना और सुधारीकरण से सम्बन्धित सूचना को त्वरित और सटीक आदान-प्रदान करने हेतु अपने यहां एक नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने समिति से जुड़े विभागों को निर्देशित किया कि भविष्य में जिम्मेदार अधिकारी पूरी सूचना के साथ बैठक में उपस्थित होंगे।