उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धामी सरकार पर पंचायत चुनाव में सभी संस्थाओं पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। देहरादून में प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि सरकार ने बाहुबल व धनबल से चुनाव जीतने का प्रयास किया। रावत ने यह भी घोषणा की कि वह सितंबर से फिर न्याय यात्रा शुरू करेंगे और कांग्रेस इस मुद्दे पर बड़ा प्रदर्शन करेगी
देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धामी सरकार पर पंचायत चुनाव में लगी सभी संस्थाओं पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। शनिवार को उन्होंने देहरादून में प्रेस वार्ता के दौरान ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बाहुबल व धनबल से चुनाव जीतने का प्रयास किया गया। कहा वह सितंबर से फिर से न्याय यात्रा शुरू करेंगे। कांग्रेस भी बड़ा प्रदर्शन करेगी।
पूर्व सीएम Harish Rawat का पंचायत चुनावों क़ो लेकर बड़ा बयान
पुलिस और प्रशासन सत्तारूढ़ दल के लिए वोट जुटाने का ओर लुटवाने का काम कर रहा है
बेतालघाट में गोलियां चली जिससे अभी भी एक व्यक्ति घायल हो : हरदा
हमारी महिला जिला पंचायत सदस्य के पतियों को गायब किया गया :
अल्मोड़ा के अंदर 6 ऐसे मतदाताओं को जो किसी कारणवश बाहर थे वहां पुलिस की वर्दी में जाकर कहा गया कि जिंदगी चाहते हो तो बीजेपी को वोट दो
नैनीताल में जबरदस्ती कांग्रेस सदस्यों को जबरन उठाकर लेजाया गया : हरदा
वही दीपा की शिकायत कांग्रेस नेता यशपाल आर्य, विधायक सुमित हृदयेश, भुवन कापड़ी, पूर्व विधायक संजीव आर्य और कई अन्य नेताओं पर FIR हरीश रावत ने नैनीताल पुलिस पर लगा डाला बड़ा आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार ने पंचायत चुनावों के दौरान जमकर पंचायती राज व्यवस्थाओं की धज्जियां उड़ाई। पंचायत चुनावों में की गई धांधली को जनता की अदालत में ले जाने के लिए वो सितंबर में न्याय यात्रा शुरू करेंगे। शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में मीडिया कर्मियों से बातचीत में रावत ने कहा कि इन चुनावों में हर स्तर पर लोकतंत्र की हत्या की गई। कांग्रेस का संगठन भी चुनावों में गड़बड़ी के खिलाफ निर्णायक जंग छेड़ने जा रहा है। इसके तहत दून और नैनीताल में बड़े प्रदर्शन किए जाएंगे। रावत ने कहा कि सरकार ने पहले पंचायत चुनाव से बचने का हर संभव प्रयास किया।
जब हाईकोर्ट के रुख को देखते हुए चुनाव कराने ही पड़ गए तो पहले ही दिन से चुनावों में षड़यंत्र का कुचक्र रचा गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इसकी शंका जाहिर की थी और अब यह बात साबित हो गई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पहले बड़ी संख्या में लोगों के नामांकन रद्द कराए गए। फिर दोहरी वोटर लिस्ट वालों को राहत देने के लिए आदेश निकाला गया और बाद में कुचक्र रचकर कम से कम चार जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष का आरक्षण नियमों के विपरीत तय कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कई स्थानों पर पुलिस और प्रशासन के बल पर चुने हुए जनप्रतिनिधियों का अपहरण कर परिणाम जबरदस्ती अपने पक्ष में कराए गए। हरीश रावत ने दावा किया कि चुनावों में भाजपा के मंत्री, विधायक और नेताओं के 40 के करीब रिश्तेदार हारे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने 25 सालों में पहली बार खुलेआम गुंडागर्दी और अपहरण के बल पर पंचायत चुनावों में लूट होते देखी है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सुनियोजित तरीके से सभी संस्थाओं पर कब्जा कर उन्हें नष्ट कर रही है। कांग्र्रेस इसे किसी सूरत में बर्दास्त नहीं करेगी