दून पुलिस के बिछाये जाल में फिर फसा शातिर अपराधी
17 सालों से फरार ईनामी अभियुक्त आया दून पुलिस की गिरफ्त मे
अभियुक्त के विरुद्ध थाना राजपुर में वर्ष 2007 में धोखाधड़ी, दहेज उत्पीड़न का अभियोग हुआ था पंजीकृत
अभियोग पंजीकृत होने के बाद से ही अभियुक्त लगातार चल रहा था फरार
पुलिस से बचने के लिए अपना नाम बदलकर लगातार ठिकाने बदल रहा था अभियुक्त
अभियुक्त पर एसएसपी देहरादून द्वारा ₹ 5000/- का पुरस्कार किया गया था घोषित
अपराधी चाहे छुपने का कितना भी प्रयास करे , दून पुलिस उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाकर ही रहेगी :- एसएसपी देहरादून
थाना राजपुर
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा सभी थाना प्रभारियों को विभिन्न अभियोगों में वांछित एवं ईनामी अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए है,
उक्त निर्देशों के क्रम में थानाध्यक्ष राजपुर द्वारा थाना राजपुर से मानचित्र गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा विभिन्न अभियोगों में वांछित व ईनामी अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु मुखबिरों व सर्विलांस के माध्यम से लगातार प्रयास किये जा रहे है, जिसके परिणाम स्वरूप पुलिस टीम को थाना राजपुर में पंजीकृत मु0अ0सं0 – 40/2007 धारा 498ए/420 आईपीसी व 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम में विगत 17 वर्षों से वांछित चल रहे 5000/-₹ के ईनामी अभियुक्त निर्मल शास्त्री को मुनि की रेती से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई।
अभियुक्त वर्ष 2007 में अभियोग पंजीकृत होने के बाद से ही फरार चल रहा था, जिसे माननीय न्यायालय द्वारा मफ़रूर घोषित किया गया था। अभियुक्त पर एसएसपी देहरादून द्वारस ₹ 5000/- का पुरस्कार घोषित किया गया था। उक्त अभियुक्त गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था और पिछले कई वर्षों से अपना नाम और हुलिया बदलकर रह रहा था। वर्तमान में अभियुक्त साजन नाम से हुलिया बदलकर मुनि की रेती क्षेत्र में रह रहा था।
नाम पता अभियुक्त
1- निर्मल शास्त्री पुत्र भगवती प्रसाद शास्त्री निवासी 11 A स्वेयर विहार सोसायटी, अम्बावाड़ी रोड़, अहमदाबाद