जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को आखिर 28वां कुलपति मिल ही गया। इसके लिए नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट करनाल (हरियाणा) के निदेशक/कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चैहान को नियुक्त किया गया है। उत्तराखंड के राज्यपाल एवं विवि के कुलाधिपति ले. जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह की संस्तुति पर सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा की ओर से इसके आदेश जारी किए गए हैंआदेश के अनुसार, डॉ. मनमोहन सिंह चैहान को कार्यभार ग्रहण करने की अवधि से अगले तीन वर्ष के लिए गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया है। डॉ. मनमोहन सिंह चैहान ने सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
डॉ. चैहान की झोली में हैं सैकड़ों उपलब्धियां
डॉ. चैहान भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी, राष्ट्रीय डेयरी विज्ञान अकादमी व सोसाइटी ऑफ एक्सटेंशन एजुकेशन के फेलो हैं। 1999 में यूएसए व 2009 में जर्मनी का दौरा करने वाले डॉ. चैहान को आईसीएआर से 2015 में रफी अहमद किदवई पुरस्कार, 2020 में डॉ. पी. भट्टाचार्य मेमोरियल अवॉर्ड, 2019 में राव बहादुर बी विश्वनाथ पुरस्कार, कृषि विज्ञान में वास्विक औद्योगिक पुरस्कार, 2015 में पशु विज्ञान में आईसीएआर-टीम पुरस्कार, डॉ. लाभसेटवार पुरस्कार, डीबीटी बायोटेक्नोलॉजी ओवरसीज फेलोशिप अवार्ड, 1997 में डेयरी साइंस में अनुकरणीय अनुसंधान पुरस्कार, 2009 में यूरोपीय इरास्मस मुंडस छात्रवृत्ति पुरस्कार मिले हैं। वहीं, वे एनएएएस अकादमी के कार्यकारी परिषद सदस्य रहे हैं। भारत के दो डीजी आईसीएआर से प्रशंसा पत्र प्राप्त किए हैं। उन्होंने एनडीआरआई करनाल में 12वीं एनएएएस कांग्रेस सहित चार सम्मेलन (दो राष्ट्रीय व दो अंतर्राष्ट्रीय) आयोजित किए हैं।