
जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने केदारनाथ जीर्णोद्धार और पुनर्विकास परियोजना की समीक्षा बैठक ली
केदारनाथ परियोजना से संबंधित लंबित मुद्दों के समाधान हेतु अधिकारियों के साथ किया मंथन
जिलाधिकारी प्रतीक जैन की अध्यक्षता में आज एनआईसी सभागार में केदारनाथ धाम में चल रहे जीर्णोद्धार एवं पुनर्विकास परियोजना के विभिन्न फेजों के अंतर्गत हो रहे कार्यों, की प्रगति तथा केदारनाथ परियोजना से संबंधित लंबित मुद्दों के समाधान हेतु संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने वर्तमान में लंबित प्रमुख मुद्दों की जानकारी ली जिसमें न्यू भीमबली में तीसरे चिंतन स्थल के लिए राज्य सरकार द्वारा भूमि आवंटन पर निर्णय (लंबित), शिव उद्यान स्थल, केदारनाथ धाम में भूमि स्वामित्व विवाद, शिव उद्यान, केदारनाथ धाम में प्रस्तावित ओपन एयर थिएटर स्थल से मोबाइल टावर को स्थानांतरित करना, चन्नी कैंप में चिंतन स्थल के पास ओवरहेड एलटी केबल और पोल का स्थानांतरण, चिंतन स्थलों से मौजूदा केदारनाथ पैदल पथ तक संपर्क मार्गों का विकास, शिव उद्यान (ओपन एयर थियेटर सहित) और चिंतन स्थलों के लिए बिजली लोड आवश्यकताओं को पूरा करने की सुविधा। परियोजना के पूरा होने के बाद संचालन और रखरखाव की योजना (चिंतन स्थल, शिव उद्यान, ओपन एयर थियेटर और केदार परिचय संग्रहालय के लिए), परियोजना पर आने वाले अधिकारियों के लिए हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग प्रक्रिया, निर्माण और नाजुक सामग्रियों को साइट पर ले जाने के लिए चिनूक की बुकिंग में सुविधा पर चर्चा की गई।
जिलाधिकारी में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी लंबित मामलों का निस्तारण शीघ्र किया जाए उन्होंने मोबाइल टावर शिफ्टिंग हेतु सभी हितधारकों से वार्ता कर शीघ्र टावर हेतु भूमि चयन एवं टावर शिफ्टिंग करने के निर्देश दिए इसके अतिरिक्त उन्होंने भीमबली में भी एक मोबाइल टावर स्थापित करने हेतु अधिकारियों के साथ चर्चा की, उन्होंने संबंधित अधिकारियों को केदारनाथ विकास प्राधिकरण के अंतर्गत गुप्तकाशी ऊखीमठ सहित अन्य प्रमुख यात्रा स्थलों को भी सम्मिलित करने हेतु प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने केदारनाथ जीणोद्धार हेतु मास्टर प्लान के फेस एक तथा फेस दो के चरणों में संचालित निर्माण कार्यों की विस्तार से समीक्षा की और कार्यों की गति में तेजी लाने हेतु सभी संबन्धित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह परियोजना धार्मिक आस्था के साथ-साथ राज्य की पर्यटन अर्थव्यवस्था से भी जुड़ी है, अतः सभी कार्य समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से संपादित किए जाएं। जिलाधिकारी ने लंबित कार्यों जैसे संगम स्थल सौंदर्यीकरण, मंदिर परिसर में चल रहे अन्य अवस्थापना विकास कार्यों की प्रगति में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रस्तावित यात्री सुविधाओं, पार्किंग, अप्रोच मार्ग, हैलीपैड विस्तार इत्यादि निर्माण कार्यों में पूर्ण गुणवत्ता एवं समय समय पर निगरानी करने के निर्देश दिए, उन्होंने कहा कि पर्यटकों की संख्या को देखते हुए सभी कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करना अति आवश्यक है।
बैठक में अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, उप जिलाधिकारी उखीमठ अनिल शुक्ला, तहसीलदार प्रदीप नेगी अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग गुप्तकाशी विनय झिंकवाण, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।