देहरादून डेंगू चिकन गुनिया के संभावित खतरे और बदलते मौसम के मद्देनजर मुख्य शिक्षा अधिकारी ने सरकारी गैर सरकारी स्कूल के लिए निर्देश जारी किए है
• बच्चों को फूल पैन्ट और पूरी आस्तीन की कमीज को पहन कर ही स्कूल आना है ।
• स्कूल / घर के परिसर में कही पर भी डिसपोजल / नाली आदि में पानी एकत्र
न हो।
• अपने घर में कूलर, फ्रिज के पीछे की ट्रे, गमलों आदि का पानी हप्ते में दो बार
अवश्य साफ करें। • सभी पानी की टंकी व जल भण्डारण वस्तुओं को ढक कर रखें।
• घर में लगे गमलों के नीचे ट्रे ना लगाए तथा गमलों मे पानी भरा हुआ न रहने
दें। • सभी गुलदस्तों मनी प्लॉन्ट पानी के बर्तनों तथा कूलर आदि का पानी सप्ताह में दो बार पूरी तरह खाली कर दें।
• टूटे पुराने बर्तन, बोतल, डिब्बे, पुराने बेकार टायर आदि इधर-उधर न फेंके क्योंकि इनमें एकमित्र पानी में डेंगू / चिकनगुनिया रोग फेलाने वाला मच्छर (एडीज मच्छर पनपता है।
• मच्छर के काटने से बचाव हेतु मच्छरदानी का प्रयोग करें तथा दिन / रात में सोते समय मच्छरों को मारने वाली मशीनों का प्रयोग करें।
• चिडियों एवं जानवरों के पानी पीने के वर्तनो को प्रतिदिन साफ करें।
• ऐसे कपड़े पहने जो शरीर को ज्यादा से ज्यादा ढक सके।
• तेज बुखार सर दर्द, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द आँखों के पिछले भाग में दर्द, शरीर पर लाल चकत्ते आना आदि लक्षण होने पर चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लें, उपर्युक्त लक्षण डेंगू / चिकनगुनिया रोग के हो सकते आना आदि लक्षण होने पर चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लें, तथा डेंगू / चिकनगुनिया बुखार की जाँच सभी सरकारी अस्पतालों में निशुल्क की जाती है बुखार आने पर अपने नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र में सम्पर्क करें।
अतः पुनः निर्देशित किया जाता है कि डेंगू एवं चिकनगुनिया की रोकथाम के लिये प्रार्थना सभा में अनिवार्य रूप से बच्चों को उक्त सावधानियाँ बरतने के लिये कहा जाय। साथ ही बच्चे अपने आस-पड़ोस में भी इन बीमारियों से बचने हेतु जन-जागरूकता फैलायें । एवं समस्त प्रधानाचार्य / प्रधानाचार्या / प्रधानाध्यापक / प्रधानाध्यापिका विद्यालय में बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जागरूक रहें, ताकि यह बीमारी फैलने न पाये।