देहरादून राज्य में हर मोर्चे पर सबसे आगे खड़े रहने वाली SDRF।फ़ोर्स ने कोविड के खिलाफ जारी अपने युद्ध को और धार दी है।जन जागरूकता के लिहाज से sdrf कॉमनडेंट तृप्ति भट्ट ने — SDRF रक्षक जागरूकता दल एक 2 चौपहिया वाहन सहित 10 बाइक सवार दस्ता है जिसका उद्देश्य देहरादून शहर के भीतरी इलाकों तक जन समुदाय तक कोविड 19 से बचाव सम्बन्धी जानकारियों को पहुंचाना है। इस दस्ते के प्रत्येक वाहन में एक इलेक्ट्रॉनिक वाइस सिस्टम लगाया गया है जिसमें कोविड 19 एवम ट्रैफिक सम्बंधित बातों को वॉइस कैप्सूल क्लिप को बेहद रोचक एवं आकर्षक तरीकों से प्रस्तुत किया गया है, जहां चौपहिया वाहन भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर लाउडस्पीकर के माध्यम से स्लोगन एवम कैप्सूल वॉइस नाटक को जन समुदाय तक पहुंचाएंगे। वहीं मोटरसाइकिल सवार देहरादून के भीतरी इलाकों में गलियों एवम नुक्कड़ चौराहों तक कोविड से बचाव सम्बन्धी जानकारियों का स्पीकर के माद्यम से प्रसारण करेंगे।
प्रदेश में कोविड -19 वायरस के के दस्तक के पश्चात से ही एसडीआरएफ उत्तराखंड द्वारा सम्पूर्ण राज्य में कोविड -19 संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए शहर से लेकर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों तक व्यापक स्तर पर प्रदेशवासियों को जागरुक करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया जा रहा है। जिस क्रम में एसडीआरएफ द्वारा विभिन्न माध्यमों से 70,000 से अधिक ग्रामीण, छात्र-छात्राओं, पुलिस, प्रांतीय रक्षक दल, होम गार्ड सहित अनेक हितदायी सस्थाओं को जागरुक एवम प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण हेतु पम्पलेट, बेनर, व्याख्यान कैप्सूल वीडियो क्लिप का सहारा लिया गया, साथ ही सोशल डिस्टेंस को देखते हुए डिजिटल माध्यम से भी प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण को गति देने के लिए एवं जानकारी को उपयोगी रुप से संकलित करने के सहायतार्थ एसडीआरएफ के द्वारा एक कोरोना वारियर्स एप्प का निर्माण भी किया गया, जिसके माध्यम से स्टेकहोल्डर्स आंगनवाडी कार्यकर्ता, फैक्ट्री/होटल वर्कर एवम सामान्य जनमानस को खेल-खेल में रोचक पूर्ण तरीके से कोविड संबंधित जानकारियों को प्रदान किया जा रहा है। SDRF रक्षक अवेर्नेश दल को ट्रायल के रूप में पूर्व में ही पहाड़ी क्षेत्रों में आरम्भ किया जा चुका है, जिसके सफल और सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए है, आम जनमानस के द्वारा जागरुकता की ओर इसे बेहतरीन कदम बताया ओर स्वीकार किया।