देहरादून शांत स्वभाव हंसमुख चेहरा लेकिन निगाह हर जगह हर छोटी ब़डी खबर सीधा सीएम पुष्कर सिंह धामी के पास पंहुच रही है। बीते 15 दिनों के भीतर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कई बडे फैसले लेने् के साथ साथ कई विवादित सुर्खियो में रहने वाले अफसरों को दुरुस्त करने में जरा भी देर नही लगाई है। इतना ही नही सूत्र बताते है कि रेलवे के जरिये हो रही कर चोरी के मामले में हुई कार्रवाई भी सीधा सीएम धामी की अपनी गोपनीय सूचना थी जिस पर एक्शन कराते हुये कई अफसरों को नापने में सीएम धामी ने जरा भी देर नही लगाई। जनता की अनदेखी और करप्शन में शामिल अफसर अब अपनी उल्टी गिनती गिनना शुरु कर लें क्योंकि धाकड धामी आने वाले दिनों में कुछ और बडे और चौंकाने वाले फैसले लेने जा रहे है।यूसीसी के कारण राष्ट्रीय राजनीति में खुद को स्थापित कर चुके सीएम धामी राज्य में व्यवस्था सुधार को लेकर बेहद गंभीर हो चुके है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी फुल एक्शन मोड में है पहाड से लेकर मैदान तक खुद ग्राउंड जीरो पर जहाँ वो मोर्चा संभाल रहे है तो वही सिस्टम में बैठे विवादितों को बाहर का रास्ता भी दिखा रहे है। बीते दिनों कुछ ऐसे ही फैसलों का जिक्र करना भी जरूरी है 12 जून को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सीधे फैसला लेते हुये ने उद्यान निदेशक डा एचएस बवेजा को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। बवेजा के खिलाफ कीवी फल पौध वितरण के लिए कीमतों में बढ़ोतरी करने, हल्दी-अदरक बीज वितरण में देरी करने, अंतरराष्ट्रीय महोत्सवों के लिए स्वीकृति से अधिक धन खर्च करने जैसे आरोप हैं।
8 जुलाई को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आयुर्वेदिक विवि के वित्त नियंत्रक अमित जैन को सीधा सस्पेंड करने के आदेश दिये। जैन के खिलाफ लंबे समय से विवि में चल रही अनियमितताओं की जांच प्रभावित करने की शिकायत मिली थी। उन पर आरोप थे कि विवि में मुख्य वित्त अधिकारी पद पर रहते हुए जांच को प्रभावित कर सकते हैं।ट्रांसफऱ होने के बावजूद बैकडेट में चेक जारी करने का भी इन पर आरोप है।
9 जुलाई को सीएम पुष्कर सिंह धामी को रेलवे के माध्यम से मिलीभगत कर बडी कर चोरी की जानकारी मिली इस पर सीएम ने बिना देर किये रेलवे स्टेशन पर रेड करा दी। मौके पर भारी गड़बडी मिली इस आधार पर राज्य कर विभाग प्रवर्तन इकाई देहरादून में तैनात संयुक्त आयुक्त उपायुक्त तथा सचल दल सहायक आयुक्त को तत्काल प्रभाव से मुख्यालय संबद्ध करते हुए निलंबन एवं अनुशासात्मक कार्यवाही की संस्तुति की गई है। साथ ही मामले की जांच जारी है।
12 जुलाई को सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर विवादो में रहे उत्तराखण्ड वित्त सेवा संवर्ग के अधिकारी विवेक स्वरूप, मुख्य वित्त अधिकारी, चिकित्सा शिक्षा निदेशालय देहरादून को तत्काल प्रभाव से वर्तमान में आवंटित समस्त पदभार से अवमुक्त करते हुए निदेशालय कोषागार पेंशन एवं हकदारी देहरादून में अग्रिम आदेशों तक सम्बद्ध कर दिया गया।
खास बात ये भी है कि राज्य सरकार में भले ही कैबिनेट मंत्रीयों के चार पद रिक्त हो सीएम के पास काम का बोझ भी अधिक हो इन सबके बीच उनकी पैनी निगाह से कोई बच नही पा रहा है। जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में कुछ ऐसे बडे फैसले सीएम लेने जा रहे है जो एक नजीर बनेंगें। फुल एक्शन मोड में सीएम धामी ने हलांकि अपना शांत चित्त हंसमुख स्वभाव से कोई समझौता नही किया जो इन्हे और भी लोकप्रिय बनाता है।