देहरादून दिल्ली हाईकोर्ट ने नीतीश कटारा की मां नीलम कटारा की याचिका पर केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। नीलम कटारा शीघ्र ही उत्तराखंड शिफ्ट होने वाली हैं और उन्होंने वहां पुलिस सुरक्षा दिए जाने की मांग की है। नीलम कटारा ने कोर्ट को बताया कि वह इस माह के अंत में दिल्ली से देहरादून शिफ्ट हो जाएंगी। याचिका पर अगली सुनवाई 20 नवंबर को होगी।
न्यायमूर्ति विभू बाखरू ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी करते हुए नीलम कटारा को संभावित खतरे का आंकलन कर निर्णय लेने का निर्देश दिया है। न्यायमूर्ति ने मौखिक तौर पर कहा कि चूंकि याची को राजधानी में सुरक्षा मिली हुई है इसलिए उन्हें वहां भी सुरक्षा दी जानी चाहिए। याची के वकील ने कोर्ट को बताया कि नीलम कटारा को 2002 से पुलिस सुरक्षा मिली हुई है।
याची के वकील प्रदीप डे ने कहा कि वित्तीय एवं अन्य कारणों से वह दिल्ली से देहरादून शिफ्ट हो रही हैं। उन्हें अपनी जान का खतरा है और हाईकोर्ट के पास उन्हें दोनों स्थानों पर सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश सरकारी एजेंसियों को देने का अधिकार है। वहीं केंद्र सरकार के वकील गौरांग कांत ने कहा याची को सुरक्षा मुहैया करवाना राज्य की जिम्मेदारी है इसलिए उन्हें उत्तराखंड सरकार को अभिवेदन देना चाहिए।
कौन है नीलम कटारा
नीतीश कटारा दिल्ली में 25 वर्षीय कारोबारी थे। जिसकी विकास यादव, प्रभावशाली आपराधिक-राजनीतिज्ञ डीपी यादव के बेटे ने, 17 फ़रवरी 2002 को हत्या कर दी थी। नीतीश ने मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी, गाजियाबाद, संस्थान से स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी जहां वह अपने सहपाठी, भारती यादव, विकास की बहन के साथ प्यार में पड़ गया था,निचली अदालत ने नीतीश की हत्या को आनर किलिंग माना था। विकास यादव और उनके चचेरे भाई विशाल यादव अपनी बहन के साथ दोस्ती के चलते नीतीश कटारा की हत्या से जुड़े मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। उन्होंने 17 फरवरी, 2002 की रात को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक शादी की पार्टी से नीतीश कटारा का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर दी थी। नीतीश की माँ नीलम है जो वर्षों से अपने बेटे को इंसाफ दिलाने की जंग लड़ रही है।