मोरी/उत्तरकाशी। सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विधानसभा पुरोला को करोड़ों की विकासपरक योजनाओं की सौगात दी। बुधवार को मुख्यमंत्री रावत सीमांत तहसील मोरी पहुँचे, जहां उन्होंने 28 करोड़ 92 लाख की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण एवं 17 करोड़ 45 लाख 47 हजार के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने मोरी में राजकीय महाविद्यालय खोलने समेत कई घोषणाएं कीं। मुख्यमंत्री रावत ने एसडीएम से कहा कि यदि कोई भवन उपलब्ध हो जाए तो आगामी शिक्षा सत्र से ही इस महाविद्यालय में शिक्षण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तरकाशी जिला सीमांत जरूर है लेकिन यहां के लोगों में आगे बढ़ने का जज्बा है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का लाभ उठाने में उत्तरकाशी नंबर एक पर रहा है। मनरेगा के तहत भी 100 दिन में सबसे अच्छा काम उत्तरकाशी जिले में हुआ है। हमारी सरकार ने मनरेगा का कार्यदिवस 100 से बढ़ाकर 150 किए हैं ताकि ऐसी ही मेहनत कश लोगों को इस योजना का और अधिक लाभ मिल सके। खुशी की बात यह है कि उत्तरकाशी जिले में सर्वाधिक 4882 लोग 100 दिन पूरे कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी खासकर यमुना वैली मोरी से उनका पुराना नाता है। मैं यहां अक्सर आता रहा हूं, इसलिए घाटी की समस्या से भलीभांति वाकिफ हूं। प्राथमिकता के आधार पर इलाके की समस्याओं का निदान होगा। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि सड़कों से ही किसी क्षेत्र के विकास के रास्त् खुलते हैं। हमारी सरकार ने प्रदेश में सड़कों का जाल बछाने में फोकस किया। राज्य निर्माण के बाद 17 वर्षों के दौरान कुल जितनी सड़कें बनीं, हम अपने कार्यकाल में उस संख्या से महज 124 सड़क पीछे हैं। यानि हमने अपने चार वर्ष के कार्यकाल में उससे पूर्व के 17 वर्षों के लगभग बराबर ही सड़कों का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि अब पहाड़ी जिलों विशेषक सीमांत जनपदों में 127 पुलों के निर्माण के बजट स्वीकृत किया गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मोरी-नैटवाड़-सांकरी मार्ग के डामरीकरण, पेयजल योजना और बुराड़ी-पैसल मोटर मार्ग की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री th के साथ उच्च शिक्षा एवं जनपद प्रभारी मंत्री डॉ. धनसिंह रावत, विधायक विकासनगर मुन्ना सिंह चौहान, विधायक पुरोला राजकुमार, यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, एसपी मणिकांत मिश्रा, ब्लाक प्रमुख मोरी बचन पंवार उपस्थित रहे।
लोकार्पण –
◼️मैन्द्रथ-भंकवाड़ मोटर मार्ग किलोमीटर 9 में 24 मीटर लौह सेतु के निर्माण कार्य लागत 142.23 लाख । ◼️ट्रांजिस्ट हॉस्टल पुरोला का निर्माण लागत 264.28 लाख।
◼️ट्रांजिस्ट हॉस्टल नोगांव का निर्माण लागत 264.28 लाख।
◼️रा.उ.मा विद्यालय भंकोली भवन सुदृढ़ीकरण कार्य लागत 68.36 लाख।
◼️रा.उ.मा विद्यालय गढ़ खाटल भवन सुदृढ़ीकरण कार्य लागत 61.04 लाख।
◼️खरसाड़ी से जीवाणु मोटर मार्ग स्टेज II निर्माण कार्य लागत 821.07 लाख।
◼️खरसाड़ी से जीवाणु मोटर मार्ग के किमी 2 में केदार नदी पर 30 मीटर स्पान स्टील गाडर सेतु का निर्माण लागत 198.13 लाख।
◼️ ग्राम खोदी लिवाड़ी के निकट सुपिन नदी पर 90 मीटर स्पान के पैदल सेतु का पुनःनिर्माण कार्य लागत 607.98 लाख।
◼️दिल्ली – यमुनोत्री मोटर मार्ग के रिखाऊ खड्ड से रिखाऊ गांव तक मोटर मार्ग का निर्माण कार्य लागत 464.63 लाख।
शिलान्यास –
◼️ देवजानी – घटटूगाड के सागली राटा तोक में क्षतिग्रस्त पैदल आरसीसी पुलिया का पुन:निर्माण 17.70 लाख।
◼️ देवती-ठडियार मोटर मार किमी एक में सुधार एवं डामरीकरण कार्य लागत 38.39 लाख।
◼️ गुंदियाटगांव से रामा मोटर मार्ग किलोमीटर 1 से 2 तक सुधार एवं डामरीकरण कार्य लागत 51.86 लाख।
◼️त्यूणी-पुरोला-नौगांव राज्य मार्ग संख्या 17 के किमी 84 में इंटर लॉकिंग टाइल्स एवं नाली निर्माण का कार्य 41.48 लाख
◼️ ढकाड़ा मोटर मार्ग में आरसीसी पुलिया निर्माण 28.05 लाख।
◼️ गुंदियाटगांव मोटर मार्ग के किमी 6 से 12 का हल्का वाहन मोटर मार्ग का चौड़ीकरण एवं डामरीकरण लागत 279.5 लाख।
◼️ सुनाली निचला देवरा मोटर मार्ग किमी एक में सुदृढ़ीकरण एवं डामरीकरण कार्य लागत 73.85 लाख।
◼️ प्राथमिक विद्यालय बीफ भवन निर्माण कार्य 24.77 लाख।
◼️ रा.उ.मा.विद्यालय देवजानी II मुख्य भवन निर्माण कार्य लागत 141.43 लाख।
◼️मुसई सट्टा किमी 7 से मसरी मोटर मार्ग स्टेज II एवं किमी एक पर 24 मीटर स्पान लौह सेतु निर्माण लागत 250.32 लाख।
◼️ कलासी से बिंगसारी मोटर मार्ग स्टेज II, लम्बाई 6.5 किमी के निर्माण कार्य लागत 331.38 लाख।
◼️ मैन्द्रथ-भंकवाड़ सड़क किमी 2.50 से बेगल मोटर मार्ग स्टेज II लम्बाई 6 किमी के निर्माण कार्य 333.07 लाख।
◼️ जखोल-लिवाड़ी मोटर मार्ग किमी एक में सूपिन नदी पर 54 मीटर स्पान स्टील गाडर सेतु का निर्माण कार्य 413.17 लाख।