चारधाम यात्रा: केदारनाथ हेली टिकटों की बुकिंग में विशेष जांच के आदेश
देहरादून: उत्तराखंड की बहुप्रतीक्षित चारधाम यात्रा शुरू होते ही केदारनाथ धाम की यात्रा में हेली सेवा टिकट बुकिंग के पहले चरण में ही आशंका ने जिम्मेदार और नागरिक उड्डयन महकमे को परेशान कर दिया है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देश थे कि आम श्रद्धालुओं को यात्रा में सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए, लेकिन कल आईआरसीटीसी की वेबसाइट से महज 40 मिनट में 14 हजार टिकटों की बिक्री ने इस व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।जबकि कई लोगों लॉगिन से आगे नहीं बढ़ पाए कई जगहों से पेमेंट न होने के चलते लोग टिकट लेने से चूक गए। सवाल ये भी है कि क्या हर व्यक्ति देश विदेश से 12 बजे हेली बुकिंग के लिए तैयार बैठा था ।
बताया जा रहा है कि पहले चरण में सिर्फ एक माह की हेली टिकट बिक्री की अनुमति दी गई थी। लेकिन अचानक इतनी बड़ी संख्या में टिकटों का बिक जाना, वह भी इतने कम समय में, शक को जन्म देता है कि कहीं कोई टिकट रैकेट तो सक्रिय नहीं हो गया है। इस पूरे मामले में बल्क बुकिंग और टिकट होल्ड करने जैसी गतिविधियों की भी आशंका जताई जा रही है।
सूत्रों के पूरे मामले की विशेष जांच के आदेश दे दिए हैं। आईआरसीटीसी से टिकट बिक्री से जुड़ी संपूर्ण डिटेल, बुकिंग यूआरएल और लॉगिन आईपी एड्रेस की जानकारी मांगी गई है। इन आंकड़ों के जरिए यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि टिकट कहां से और किस माध्यम से बुक किए गए।
शासन को यह इनपुट मिला है कि दिल्ली समेत अन्य बड़े शहरों से जुड़े कुछ दलाल, रेलवे की वेबसाइट का गलत इस्तेमाल कर हेली टिकटों की कालाबाजारी कर रहे हैं। इस गंभीर विषय पर जल्द ही स्पेशल ऑडिट भी किया जा सकता है, ताकि चारधाम यात्रा की पवित्रता और व्यवस्थाओं में पारदर्शिता बनी रहे।
इस जांच का मकसद स्पष्ट है — किसी भी कीमत पर आम श्रद्धालु की आस्था और सुविधाजनक यात्रा से समझौता न हो। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि यात्रा में किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो और कोई गलत संदेश श्रद्धालुओं तक न पहुंचे।