राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने चमोली में प्राकृतिक आपदा के बाद चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों के सम्बन्ध में एसडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना के अधिकारियों एवं चमोली जिला प्रशासन से जानकारी लीराज्यपाल ने राहत एवं बचाव कार्यों हेतु रेडक्रास को अनुदान दिया।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मंगलवार को राजभवन से दूरभाष के माध्यम से चमोली में प्राकृतिक आपदा के बाद चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों के सम्बन्ध में एसडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना के अधिकारियों एवं चमोली जिला प्रशासन से बात की। राज्यपाल मौर्य ने जोशीमठ के रेणी क्षेत्र में आपदा के बाद राहत एवं बचाव कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली तथा प्रभावितों को त्वरित सहायता पहुंचाने हेतु आवश्यक निर्देश दिये। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने राहत एवं बचाव कार्यों हेतु रेडक्रास को विवेकाधीन कोष से पांच लाख रूपये का अनुदान दिया। उन्होंने एसडीआरएफ उत्तराखण्ड की डीआईजी ंश्रीमती रिद्धिम अग्रवाल, आईटीबीपी के सीओ वेनुधर नायक, सेना अधिकारी कर्नल बेहरा तथा रेडक्राॅस के प्रदेश महासचिव डा0 एम एस अंसारी से दूरभाष पर बात की । राज्यपाल ने निर्देश दिये कि राहत एवं बचाव कार्यों में लगे जवानों को सभी आवश्यक सामग्री उपलब्ध हो।राज्यपाल मौर्य ने रेडक्रास सोसाइटी उत्तराखण्ड को निर्देश दिये कि प्रभावित क्षेत्र में वाॅलियेन्टर्स की संख्या अधिक से अधिक बढ़ायी जाय। 13 गांवों में जिनका सम्पर्क मुख्य सड़क मार्ग से टूट गया है वहां पर बच्चों, बजुर्गों एव महिलाओं को पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री, दवाईयां एवं आवश्यक सहायता ससमय उपलब्ध करवायी जाय। उन्होंने चमोली जिला रेडक्रास समिति को राहत एवं बचाव कार्यो की दैनिक रिर्पोट देने के भी निर्देश दिये। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिये कि आपदा में घायल लोगों को शीघ््राता से उपचार पहुंचाने के निर्देश दिये। बच्चों, बुजुर्गो एवं महिलाओं का विशेष ध्यान रखा जाय। प्रभावित क्षेत्र में बिजली एवं पानी की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित की जाय। राज्यपाल ने लोगों से अपील की है कि आपदा की इस घड़ी में अधिक से अधिक लोग प्रभावितों की मदद एवं सहयोग के लिये आगे आए तथा राहत एवं बचाव कार्यों में प्रशासन का सहयोग करें।ज्ञातव्य है कि राज्यपाल श्रीमती मौर्य जनपद चमोली में आपदा के बाद चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों निरन्तर जानकारी ले रही है। उन्होंने अपने सभी कार्यक्रम भी रद्द कर दिये हैं।