डीआईजी/ एसएसपी देहरादून स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी अधिकारी/ कर्मचारियों से अपने अंदर के एक अवगुण का परित्याग करने का किया आह्वान, महोदय की प्रेरणा से प्रेरित होकर दून पुलिस के आरक्षी ने अपने क्रोधित स्वभाव के अवगुण का परित्याग करने का तिरंगे के नीचे लिया संकल्प।
15 अगस्त 2023 के शुभ अवसर पर प्रातः 09:00 पुलिस लाइन देहरादून में डीआईजी/ एस0एस0पी0 देहरादून महोदय द्वारा ध्वजारोहण किया गया। ध्वजारोहण के पश्चात सभी उपस्थित अधिकारी/ कर्मचारी गणों को उनके व्यक्तित्व में कोई गलत आदत या अवगुण जैसे शराब पीना, बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, पान, गुटके का सेवन करना एवं अन्य ऐसी गलत आदत अथवा अवगुण, जिससे उनके व्यक्तित्व, पारिवारिक रिश्तेदारों, समाज व विभाग में गलत संदेश जा रहा है तथा उनके व्यक्तित्व पर कुप्रभाव पड़ रहा है, ऐसे अवगुणों का तिरंगे के नीचे हमेशा के लिए परित्याग करने का आह्वान किया गया साथ ही उन गलत आदतों के संबंध में बारीकी से समझाया गया व उन दुष्प्रभावो के संबंध में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाते हुए उनका स्वयं मूल्यांकन करते हुए हमेशा के लिए परित्याग करने के लिए प्रेरित किया गया, इसके अतिरिक्त उपस्थित सभी अधिकारी /कर्मचारी गणों में से प्रत्येक को तिलांजलि देकर अपने व्यक्तित्व से एक अवगुण का हमेशा के लिए परित्याग कर अपने व्यक्तित्व को निखारने का आह्वान किया गया, महोदय द्वारा बताया गया कि यदि हम सभी में से कम से कम एक व्यक्ति भी तिरंगे के नीचे अपने एक अवगुण का परित्याग करने का प्रयास करता है तो यह राष्ट्र को आजादी दिलाने वाले राष्ट्रभक्त बलिदानियों तथा अपना जीवन न्योछावर करने वाले सपूतों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
डीआईजी/ एस0एस0पी0 महोदय के बार-बार आह्वान करने तथा उपस्थित अधिकारियों/ कर्मचारियों को लगातार प्रेरित करने से एक पुलिसकर्मी प्रवीण कनौजिया सामने आया तथा उसके द्वारा अपने गुस्से का परित्याग कर अपने व्यक्तित्व में सुधार लाने हेतु तिरंगे झंडे के नीचे शपथ ली। महोदय द्वारा उपस्थित कर्मियों को बताया गया कि हो सकता है आप लोग सार्वजनिक रूप से अपनी कमियों को तिरंगे के नीचे परित्याग करने में हिचक रहे हो तो आप सभी बाद में तिरंगे के नीचे स्वयं अपना मूल्यांकन कर अपने व्यक्तित्व में से एक अवगुण का परित्याग कर सकते हैं।
अवगत कराना है कि पूर्व में जहां-जहां भी डीआईजी/ एस0एस0पी0 महोदय जनपद प्रभारी के तौर पर रहे, उक्त जनपदों में भी उनके द्वारा ऐसे राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर अपने अधीनस्थ अधिकारियों/ कर्मचारियों को अपने अंदर के अवगुण का तिरंगे के नीचे परित्याग करने का लगातार आह्वान किया जाता रहा है, जिससे कई पुलिसकर्मियों ने प्रेरणा लेकर अपने अंदर के अवगुण का सदैव के लिए परित्याग कर अपने व्यक्तित्व में बदलाव किया है।