उत्तराखंड में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल: कई जिलों के डीएम बदले, पीसीएस अधिकारियों के भी हुए तबादले
देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने एक बार फिर प्रशासनिक महकमे में बड़ा फेरबदल करते हुए आईएएस और पीसीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। देर शाम जारी आदेश में कई जिलों के जिलाधिकारियों (DM) को बदला गया है। इनमें पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चंपावत और उत्तरकाशी जैसे महत्वपूर्ण जिले शामिल हैं। वहीं कई सीनियर अफसरों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
जिलाधिकारियों में बड़ा बदलाव
प्रतीक जैन को रुद्रप्रयाग का नया जिलाधिकारी बनाया गया है।
मनीष कुमार को चंपावत की कमान सौंपी गई है।
प्रशांत कुमार आर्य को उत्तरकाशी का डीएम नियुक्त किया गया है। सूत्रों के मुताबिक उन्हें पहले आबकारी आयुक्त के ठीक बाद डीएम बनाए जाने का आश्वासन था लेकिन अब आखिरकार वो दिन आ ही गया
स्वाति भदौरिया को पौड़ी गढ़वाल का जिलाधिकारी बनाया गया है। उनके पति पहले से ही कुमाऊं के एक प्रमुख जिले के डीएम हैं, जिससे यह ‘भदौरिया दंपति’ प्रशासनिक हलकों में एकाएक चर्चा का विषय बन गया है।
आशीष कुमार को अब यूकाडा (UCADA) का जिम्मा सौंपा गया है।
सचिव स्तर पर अहम बदलाव
धीराज सिंह गर्ब्याल, जिन्होंने डीएम रहते हुए पौड़ी नैनीताल में शानदार काम G-20 समिट में उनके काम की पूर्व मुख्य सचिव एस एस संधू ने तरफ की थी उत्तराखंड में और होम स्टे का कॉन्सेप्ट भी धीराज सिंह लाए थे उन्हें अब सचिव पर्यटन और CEO पर्यटन विकास परिषद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सोनिका, अब कुंभ मेला 2025 की तैयारियों पर ही फोकस करेंगी।
आनंद वर्धन से जलागम विभाग की जिम्मेदारी हटा दी गई है।
सचिन कुर्वे को पर्यटन विभाग से हटाया गया है।
पंकज पांडे से श्रम विभाग, दिलीप जावलकर से सहकारिता विभाग, और आर. राजेश कुमार से सिंचाई विभाग की जिम्मेदारियां वापस ली गई हैं।
युगल किशोर पंत, जो लंबे समय से अहम जिम्मेदारी की प्रतीक्षा में थे, को अब सिंचाई जैसे विभाग की कमान सौंपी गई है।
पीसीएस अधिकारियों के तबादले
रामनजी शरण शर्मा बने अल्मोड़ा के मुख्य विकास अधिकारी (CDO)।
शिव कुमार बरनवाल को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का सचिव बनाया गया है।
फिंचा राम को अपर जिलाधिकारी हरिद्वार की जिम्मेदारी दी गई है।
प्यारे लाल शाह को नगर आयुक्त कोटद्वार बनाया गया है।
देवेंद्र सिंह नेगी को डिप्टी कलेक्टर हरिद्वार नियुक्त किया गया है।
यह प्रशासनिक फेरबदल आगामी कुंभ मेले, पर्यटन विकास और शासन की दक्षता को बेहतर बनाने की सरकार की मंशा को दर्शाता है। ऐसे में आने वाले समय में इन अधिकारियों से बड़ी उम्मीदें की जा रही हैं।