उत्तरकाशी के सिलकारा में जारी टनल रेक्सू अभियान के बीच एकाएक टनल के मुख्य गेट पर दीवार पर एक आकृति कुछ इस प्रकार से बनी जिसे देखकर लोगो ने इसे भोले शंकर की मूर्ति मानते हुए हाथ जोड़कर अभिवादन किया ।इसी स्थान पर एक मंदिर भी निर्मित किया गया है जहा बाबा बौखाल की डोली भी लाई गई थी कुछ देर के बाद ये आकृति तो हट गई लेकिन लोग इसे शुभ संकेत के रूप में मानते हुए जल्द अभियान के सकुशल सम्पन्न होने की कामना भी की है।स्थानीय लोगो के मुताबिक पानी के रिसाव से ये आकृति बनी ।