देहरादून राजधानी दून में नफरत व जातीय वैमनस्य फैलाने की दृष्टि से एक बड़ी साजिश का पर्दा फाश हुआ है।गाजियाबाद के मंदिर में युवक की पिटाई के बाद लगे मंदिरों में गैर हिंदुओ के प्रवेश सम्बन्धी बैनर दून तक पहुंच गए है।
आज कोतवाली पुलिस को सूचना प्राप्त हुई की घंटाघर, चकराता रोड,हनुमान मंदिर एवं दर्शन लाल चौक पर स्थित पंचायती मंदिर मैं एक बैनर लगाया गया है जिस पर गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित करने जैसे अंकित किया गया है इस पर चौकी प्रभारी धारा द्वारा तत्काल मौके पर जाकर जानकारी की गई तो उक्त मंदिर मैं फ्लेक्स बैनर लगाया गया था जिस पर लिखा था यह तीर्थ हिंदुओं का पवित्र स्थल है इसमें गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है जिस पर मंदिर के सदस्यों से जानकारी की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि हमें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है और नहीं हमने जो बैनर लगाए हैं जिस पर मंदिर में मौजूद लोंगो द्वारा तुरंत बैनर हटाए गए चकराता रोड मंदिर बंद होने पर बैनर हटाया गया और बैनर पर अंकित मोबाइल धारक के बारे में जानकारी की गई तो जो मोबाइल नंबर जीतू रंधावा का होना पाया गया जो हिंदू युवा वाहिनी का प्रदेश महासचिव है जिसके खिलाफ धारा 153(क) भारतीय दंड संहिता खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया।
क्या धार्मिक भावनाएं भड़काई इन्होंने हिंदू स्थल है और गैर हिन्दू का आना वर्जित है इसमें गलत क्या है