
देहरादून: चारधाम यात्रा के दौरान हाल ही में केदारनाथ मार्ग पर हुए हेलीकॉप्टर हादसे के बाद एविएशन संचालन को लेकर बड़ी कार्रवाई की गई है। आर्यन एविएशन के सभी ऑपरेशंस को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही, दो अन्य हेलीकॉप्टर ऑपरेटर कंपनी ट्रांसभारत एविएशन के दो पायलटों के लाइसेंस छह महीने के लिए निलंबित कर दिए गए हैं।
जानकारी के अनुसार, ट्रांसभारत एविएशन के दो हेलीकॉप्टर VT-TBC (पायलट: कैप्टन योगेश ग्रेवाल, लाइसेंस नंबर CPL(H)-1453) और VT-TBF (पायलट: कैप्टन जितेंद्र हरजाई, लाइसेंस नंबर CPL(H)-1046) को खराब मौसम में उड़ान भरते हुए पाया गया। दोनों पायलटों की लापरवाही को देखते हुए उनके उड़ान लाइसेंस छह माह के लिए सस्पेंड कर दिए गए हैं।
15 और 16 जून को बंद रहेंगे सभी चार्टर और शटल ऑपरेशंस
सावधानी के तौर पर 15 और 16 जून 2025 को केदारनाथ क्षेत्र में सभी चार्टर और शटल हेलीकॉप्टर सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। इस दौरान सुरक्षा मानकों की दोबारा समीक्षा की जाएगी।
UCADA को दिए गए सख्त निर्देश
उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (UCADA) को सभी ऑपरेटरों और पायलटों के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर सुरक्षा प्रोटोकॉल के पालन की पूरी समीक्षा करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही UCADA एक विशेष कमांड एंड कंट्रोल रूम स्थापित करेगा, जिससे सभी हेलीकॉप्टर उड़ानों की रीयल टाइम निगरानी हो सके और किसी भी संभावित जोखिम की तत्काल जानकारी संबंधित अधिकारियों तक पहुंच सके।
DGCA की सक्रिय निगरानी
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) को निर्देश दिया है कि वह केदारनाथ घाटी में हेलीकॉप्टर संचालन की निगरानी के लिए एयरवर्थनेस, सुरक्षा और संचालन विभागों के अधिकारियों की तैनाती तत्काल सुनिश्चित करे। इसके साथ ही UCADA के कमांड-एंड-कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली की भी सघन समीक्षा की जाएगी।
यह कदम यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए उठाए गए हैं, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की चूक या हादसे से बचा जा सके।