दरोगा भर्ती घोटाले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने जांच के बाद 12 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। इन आरोपियों में प्रदेश का बड़ा नकल माफिया हाकम सिंह समेत छह आरोपी पहले से जेल में हैं। साल 2015-16 में राज्य में 339 पदों पर दरोगाओं की सीधी भर्ती की गई थी। इसमें कुमाऊं के 129 और गढ़वाल के 210 अभ्यर्थी शामिल थे।
यूकेएसएसएससी में घोटाला सामने आने के बाद दरोगा भर्ती परीक्षा पर सवाल उठे थे। एसटीएफ को इसमें धांधली का पता तब चला जब स्नातक स्तरीय परीक्षा में पेपर लीक मामले की जांच के दौरान आरोपियों से पूछताछ की गई। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को विजिलेंस को मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे।
विजिलेंस ने हल्द्वानी सेक्टर थाने में पंतनगर विवि के दो अधिकारियों समेत 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इनमें परीक्षा के लिए अधिकृत संस्थान पंतनगर विवि के पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय के डीन नरेंद्र सिंह जादौन और सेवानिवृत्त सहायक संस्थापना अधिकारी दिनेश चंद्र जोशी भी शामिल हैं।
इन आरोपियों पर दर्ज हुआ मुकदमा
नकल माफिया हाकम सिंह, नरेंद्र सिंह जादौन, दिनेश चंद्र जोशी, चंदन मनराल, केंद्र पाल, शादिक मूसा, रूपेश जायसवाल, राजेश कुमार चौहान, संजीव कुमार चौहान, राजेश पाल, विपिन बिहारी, नितीश गुप्ता
ये आरोपी हैं जेल में
हाकम सिंह, केंद्र पाल, शादिक मूसा, चंदन सिंह मनराल, विपिन बिहारी और दिनेश चंद्र जोशी।