देहरादून उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में एक शहर दो कानून चल रहे है।खास बात ये भी की लिखा पढ़ी में कोई आदेश नही सब जुबानी जमा खर्च पर चल रहा है। हरिद्वार जिले में अफसरो की मनमानी कहे या अनदेखी इसका खामियाजा सरकार के राजस्व संग्रहन में अहम रोल अदा कर रहे ठेकेदारों की जमा पूंजी पर पड़ रहा है।
शराब कारोबारियों पर कोविड काल कहर बनकर बीता है बीते साल दुकाने बन्द हुईइस वर्ष समय रात 10 से कम होकर शाम 7बजे तक हो गया है। बेहद दिलचस्प तो ये भी हव की कोई भी राह चलता व्यक्ति शराब दुकान की फ़ोटो खींच सोशल मीडिया पर ज्ञान उड़ेलने लगता है जबकि उसे शायद ही राजस्व का र भी पता हो।बरहाल हरिद्वार सिटी में बिना किसी आदेश के शराब दुकान बंद करा दी गई है जबकि रुड़की जो कि हरिद्वार जिले की तहसील में दुकाने खुली है। इसी प्रकार राजधानी दून समेत प्रदेश में शाम 7 बजे तक दुकाने खुल रही है।आबकारी महकमा रुचि नही लेता ठेकेदार बोलते रहे जिला प्रशासन के अफसर फोन नही उठाते आखिर ठेकेदार कहा जाए।