
देहरादून |
महिला कब्जा गैंग पर मुकदमा दर्ज जांच शुरू नेहा और साथियों की बढ़ी मुश्किल
राजपुर में महिला गैंग पर कब्जे और धमकी का मुकदमा, सोशल मीडिया दुरुपयोग भी जांच के घेरे में
देहरादून के राजपुर क्षेत्र में जमीन पर कब्जे और दबाव बनाने के एक गंभीर मामले में आखिरकार पुलिस ने कार्रवाई करते हुए महिला गैंग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह मामला सोशल मीडिया के दुरुपयोग और झूठे आरोपों के जरिए किसी को बदनाम करने की कोशिश का भी एक अहम उदाहरण बनता जा रहा है।
राजपुर थाने में दर्ज एफआईआर संख्या 0238/2025 के अनुसार, 09 दिसंबर 2025 को नेहा गुलेरी अपने करीब 15 महिलाओं के संगठित समूह के साथ ग्राम खुरावा स्थित एक निजी भूमि पर जबरन दाखिल हुई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यह समूह पूरी तैयारी के साथ मौके पर पहुंचा और पेशेवर भूमि कब्जाधारियों की तरह व्यवहार कर रहा था।
एफआईआर में आरोप है कि इस दौरान टिन शेड और अन्य संरचनाओं में जबरन घुसपैठ की गई, तोड़फोड़ की गई, सामान उठाया गया और विरोध करने पर मारपीट व गंभीर धमकियां दी गईं। पीड़ित पक्ष का कहना है कि नेहा गुलेरी ने उन्हें झूठे बलात्कार केस में फंसाने और जेल भिजवाने की धमकी भी दी, जिससे उनकी सुरक्षा और सम्मान को सीधा खतरा उत्पन्न हुआ।
गवाहों के अनुसार, गाली-गलौज और दबाव के दौरान नेहा गुलेरी और उसके साथ मौजूद महिला ज्योति ने खुद को महिला और अधिवक्ता बताते हुए यह कहकर डराने की कोशिश की कि उनके लगाए गए किसी भी आरोप को सच मान लिया जाएगा।
पुलिस ने मामले में भारतीय न्याय संहिता, 2023 की कई गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इनमें धारा 191(2) और 351(2) जैसी गैर-जमानती धाराएं, साथ ही धारा 329, 333, 324(2) और 115(2) के अंतर्गत अवैध प्रवेश, संपत्ति को नुकसान और मारपीट से जुड़े गंभीर आरोप हैं। प्रॉपर्टी में घुसकर तोड़फोड़ और दिन दहाड़े कब्जे का ये मामला है
यह मामला केवल भूमि विवाद तक सीमित नहीं है, बल्कि संगठित दबाव, डराने-धमकाने, झूठे मामलों की धमकी और कानून को हाथ में लेने की गंभीर कोशिश को दर्शाता है। फिलहाल पुलिस पूरे प्रकरण की गहन जांच कर रही है और सभी आरोपियों की भूमिका की पड़ताल की जा रही है।

