डीएम अंशुल सिंह की समीक्षा बैठक स्वास्थ्य सेवाएं और होगी बेहतर सर्दी से आमजन के निबटने का प्लान भी किया तैयार

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जिला खनन न्यास की शासी परिषद की बैठक हुई संपन्न।

जिलाधिकारी अंशुल सिंह की अध्यक्षता में आज जिला खनन न्यास की शासी परिषद की बैठक हुई। इस बैठक में खनन न्यास के तहत विभागों के प्रस्तावित कार्यों को लेकर विचार विमर्श हुआ। बैठक में खनन न्यास से 3 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि को शिक्षा, चिकित्सा, पर्यटन विकास, खेल संवर्धन जैसे अनेक कार्यों में खर्च करने के प्रस्ताव पास हुए। इस बैठक में यह निर्णय हुआ कि खनन न्यास की धनराशि को चिकित्सा, शिक्षा, पर्यटन विकास एवं अन्य जनोपयोगी कार्यों में ही व्यय किया जाएगा। इस बैठक में यह तय किया गया कि खनन न्यास से जिला अस्पताल में एक 3डी अल्ट्रासाउंड मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि इस मशीन के जिला अस्पताल में स्थापित होने से स्थानीय नागरिक, गर्भवती महिलाओं तथा दूर दराज के लोगों को भी काफी लाभ होगा। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि मशीन के प्रोक्योरमेंट की सभी प्रक्रियाएं नियमानुसार पूर्ण की जाएं। जिलाधिकारी ने खनन न्यास के माध्यम से राजकीय विद्यालयों में अस्थाई शिक्षकों की तैनाती की लिए भी धनराशि स्वीकृत की। अल्मोड़ा जनपद की जीवनदायिनी नदी कोसी पर बने बैराज का डिसिल्टिंग का कार्य भी खनन न्यास से कराए जाने पर सहमति बनी है। जिलाधिकारी ने अधिशाषी अभियंता सिंचाई को निर्देश दिए कि इस कार्य को गुणवत्ता के साथ किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि खनन न्यास की धनराशि को जनपद के चहुमुखी विकास के लिए ही खर्च किया जाएगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि खनन न्यास से स्वीकृत धनराशि का सदुपयोग सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए आगामी समय में अधिकारियों द्वारा जो प्रस्ताव दिए जाएंगे, वह भी जनहित से ही सम्बंधित हों।

बैठक में अपर जिलाधिकारी युक्ता मिश्र, मुख्य शिक्षा अधिकारी अत्रेश सयाना, उपजिलाधिकारी संजय कुमार, जिला खनन अधिकारी राहुल रावत समेत अन्य संबंधित उपस्थित रहे।

शीत लहर से निपटने की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी ने की बैठक, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश।

आगामी दिनों में बढ़ती शीत लहर की स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी अंशुल सिंह की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।

जिलाधिकारी ने कहा कि शीत लहर से जन-जीवन प्रभावित न हो, इसके लिए सभी विभाग युद्धस्तर पर तैयारी सुनिश्चित करें। उन्होंने नगर निकाय, विद्युत, जल संस्थान, चिकित्सा तथा आपदा प्रबंधन समेत सम्बंधित विभागों को समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
नगर निकायों को रात्रि में अलाव की व्यवस्था करने तथा भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों, बस स्टैंड, अस्पताल परिसर आदि में विशेष निगरानी रखने को कहा गया।
स्वास्थ्य विभाग को अस्पतालों में हीटिंग सिस्टम, दवाइयों और इमरजेंसी सेवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश मिले। आपदा प्रबंधन विभाग को शीत लहर की चेतावनी एवं राहत संबंधी जानकारी समय पर आमजन तक पहुंचाने हेतु अलर्ट सिस्टम सक्रिय रखने को कहा गया।

उपजिलाधिकारियों को निराश्रित एवं जरूरतमंद लोगों के लिए शेल्टर होम्स में गर्म कपड़ों, कंबलों और भोजन की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
विद्युत विभाग को ठंड बढ़ने की स्थिति में बिजली आपूर्ति निर्बाध बनाए रखने तथा किसी भी खराबी पर त्वरित सुधार कार्य करने को कहा गया।
जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने स्तर पर शीत लहर से बचाव संबंधी तैयारियों की जमीनी समीक्षा करें साथ ही कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि अत्यधिक ठंड के दौरान अनावश्यक बाहर न निकलें तथा जरूरतमंद लोगों की सहायता हेतु प्रशासन का सहयोग करें।

इसके अतिरिक्त सड़कों को गड्ढा मुक्त किए जाने, अतिक्रमण पर प्रभावी कार्रवाई करने, नियमित रूप से सत्यापन की कार्यवाही करने, जनहित से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता से निस्तारित करने जैसे कार्यों को लेकर भी जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक एवं कड़े दिशा निर्देश दिए।

बैठक में अपर जिलाधिकारी युक्ता मिश्र, उपजिलाधिकारी संजय कुमार, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी विनीत पाल समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।