UKSSSC पेपर लीक मामले में बड़ा एक्शन: हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे जांच, एक माह तक सभी आंसर शीट सील रहेंगी
देहरादून, 24 सितंबर 2025:
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की 21 सितंबर को आयोजित परीक्षा में पेपर लीक के गंभीर आरोपों के बाद सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब इस मामले की जांच उत्तराखंड हाई कोर्ट के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में कराई जाएगी। जांच की अवधि एक माह निर्धारित की गई है, और इस दौरान परीक्षा से संबंधित सभी आंसर शीट सील कर दी जाएंगी।
राज्य सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले को युवाओं में भरोसा बहाल करने की दिशा में अहम माना जा रहा है। यह फैसला मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने “नकल जिहादियों को मिट्टी में मिलाने” की बात कही थी।
🔍 जांच से जुड़ी प्रमुख बातें:
रिटायर्ड हाई कोर्ट जज के नेतृत्व में जांच:
जांच की कमान एक सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय न्यायाधीश को सौंपी गई है, जो स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से पूरे मामले की जांच करेंगे।
एक माह में रिपोर्ट तैयार:
आयोग ने स्पष्ट किया है कि जांच की समयसीमा एक माह निर्धारित की गई है। इस अवधि में पेपर लीक से जुड़ी हर कड़ी को खंगाला जाएगा।
परीक्षा केंद्रों की जांच:
परीक्षा केंद्रों की निगरानी, सीसीटीवी फुटेज, स्टाफ की भूमिका और तकनीकी गड़बड़ियों की भी गहन जांच की जाएगी।
उत्तर पुस्तिकाएं सील:
जांच पूरी होने तक सभी उत्तर पुस्तिकाएं (Answer Sheets) सील रहेंगी। किसी भी स्तर पर मूल्यांकन या परिणाम प्रक्रिया शुरू नहीं की जाएगी।
नया विशेष जांच सेल गठित:
मामले की गंभीरता को देखते हुए एक अलग विशेष जांच सेल (Special Enquiry Cell) भी बनाया गया है, जो संबंधित तकनीकी और प्रशासनिक पहलुओं पर काम करेगा।
📢 युवाओं को आश्वासन:
सरकार ने कहा है कि इस पूरे मामले में युवाओं का भविष्य सर्वोपरि है। निष्पक्ष और पारदर्शी जांच