आंदोलन की आड़ में अराजकता सीएम बोले बेरोजगारों की हर जायज बात सुनेगे उत्पतियों पर एक्शन होगा

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पेपर लीक मामले पर सरकार सख्त, मुख्यमंत्री ने सुनी बेरोजगार संघ की बात; कुछ उपद्रवियों ने हरिद्वार से आए लोगों की बसों को रोका कि बत्तमीजी

उत्तराखंड में हाल ही में सामने आए पेपर लीक प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पूरी गंभीरता से नजर बनाए हुए हैं। सरकार ने साफ कहा है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस अब तक कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है और जांच तेजी से आगे बढ़ रही है।लेकिन कुछ लोग तमाम कार्रवाई के बाद राज्य का माहौल खराब करना चाहते है

मुख्यमंत्री धामी ने आंदोलनरत युवाओं से सीधे संवाद कर उनकी मांगों को सुना और भरोसा दिलाया कि पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी। सरकार ने युवाओं से शांति बनाए रखने की अपील भी की है।लेकिन मुख्यमंत्री के आश्वासन और लगातार हो रही कार्रवाई के बावजूद कुछ संगठनों के लोग माहौल बिगाड़ने पर आमादा हैं। मंगलवार शाम को हरिद्वार–देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुछ तथाकथित आंदोलनकारियों ने देहरादून से हरिद्वार जा रही बसों को रोक कर ना केवल बतमीजी की बल्कि नारे भी लगाए.ये सभी लोग सचिवालय में सचिव कार्मिक से मुलाकात कर हरिद्वार लौट रहे थे. बसों को रोककर हंगामा किया और हरिद्वार के बेरोजगार युवाओं के साथ बदतमीजी की।

मुख्यमंत्री से सीधी बातचीत करने के बाद भी कुछ गुटों द्वारा इस तरह की हरकत ने सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर जब सरकार पहले ही सख्त कार्रवाई कर रही है और युवाओं की समस्याओं को गंभीरता से सुन रही है, तो फिर कुछ लोग सड़क पर अराजकता फैलाने पर क्यों उतारू हैं?

फिलहाल पुलिस ने हाईवे पर सुरक्षा बढ़ा दी है और कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। सरकार का कहना है कि उचित तरीके से बात रखने वाले बेरोजगार युवाओं की बात सुनी जाएगी, लेकिन अराजकता फैलाने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।