आरटीओ संदीप सैनी की रेड प्राइवेट ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर्स पर एकसाथ औचक निरीक्षण

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आरटीओ प्रशासन की सख्त कार्यवाही – देहरादून संभाग के तीनों प्राइवेट ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर्स पर एकसाथ औचक निरीक्षण

देहरादून, 10 सितंबर 2025:
आज दोपहर 1 बजे, आरटीओ प्रशासन देहरादून संभाग के निर्देश पर देहरादून, विकासनगर और हरिद्वार स्थित तीनों प्राइवेट ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर्स (ATS) पर एकसाथ औचक निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस कार्रवाई का नेतृत्व स्वयं आरटीओ प्रशासन श्री संदीप सैनी ने किया, जिनके साथ प्रशासनिक और प्रवर्तन अधिकारियों की टीमें मौजूद रहीं।

निरीक्षण दलों की तैनाती:

देहरादून (लालटप्पर) सेंटर पर:
आरटीओ प्रशासन संदीप सैनी स्वयं उपस्थित रहे, साथ में एआरटीओ चक्रपाणि मिश्रा, आरआई अरविंद यादव और प्रदीप रौठन भी टीम में शामिल थे।

विकासनगर (सेलाकुई) सेंटर पर:
एआरटीओ प्रशासन मनीष तिवारी एवं आरआई प्रवीण कुमार द्वारा निरीक्षण किया गया।

हरिद्वार (बहादराबाद) सेंटर पर:
निरीक्षण टीम में एआरटीओ निखिल शर्मा और आरआई आनंद वर्धन शामिल रहे।


निरीक्षण के प्रमुख बिंदु:

निरीक्षण के दौरान यह देखा गया कि:

वाहनों की फिटनेस प्रक्रिया पारदर्शी है या नहीं।

वाहन स्वामियों को कोई अतिरिक्त फीस या असुविधा तो नहीं हो रही।

फिटनेस प्रक्रिया में मानकों का पालन हो रहा है या नहीं।

वाहन चालकों से भी फीडबैक लिया गया। देहरादून लालटप्पर सेंटर में किसी भी चालक ने अतिरिक्त शुल्क वसूली की पुष्टि नहीं की। सभी ने बताया कि केवल निर्धारित शुल्क ही लिया गया है।


निर्देश और सुधारात्मक कदम:

देहरादून लालटप्पर सेंटर को निर्देशित किया गया:

वाहन चालकों के बैठने की उचित व्यवस्था करें।

स्वच्छता, शौचालय और लेन मार्किंग की स्थिति सुधारें।

दोनों फिटनेस लेनों की दोबारा पेंटिंग और सफाई के निर्देश दिए गए।

विकासनगर सेंटर में 8 सितंबर से तकनीकी खराबी के चलते फिटनेस कार्य नहीं हो रहा था, जिसकी सूचना स्थानीय कार्यालय को नहीं दी गई थी – इस पर अधिकारियों ने नाराजगी जताई।


सभी एटीएस सेंटर्स को दिए गए अहम निर्देश:

  1. सरकार द्वारा तय फीस स्ट्रक्चर को बड़े फ्लेक्स बोर्ड के रूप में प्रदर्शित करें।
  2. 1064 शिकायत हेल्पलाइन का बोर्ड रिसेप्शन समेत कई स्थानों पर लगाया जाए।
  3. वाहन चालकों को फिटनेस प्रक्रिया प्रत्यक्ष रूप से देखने की अनुमति दी जाए।
  4. भौतिक निरीक्षण मानकों के अनुरूप किया जाए।
  5. एएनपीआर कैमरों का एक्सेस विभाग को दिया जाए।
  6. सभी सेंटर्स में हेल्प डेस्क स्थापित की जाए।
  7. बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश पूर्णतः वर्जित किया जाए।
  8. सेंटर की साफ-सफाई और लेन की पेंटिंग सुनिश्चित की जाए।
  9. सभी एटीएस कर्मचारियों को निर्धारित वर्दी में रहने का आदेश।

पारदर्शिता और सख्ती पर जोर:

आरटीओ प्रशासन ने साफ किया कि मोटर वाहन अधिनियम के तहत तय सभी मानकों का पालन अनिवार्य है और फिटनेस प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता होनी चाहिए। किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर तत्काल कार्यवाही की जाएगी।


यह कार्रवाई राज्य में वाहन फिटनेस प्रक्रिया को पारदर्शी और भ्रष्टाचारमुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। प्रशासन ने साफ किया है कि आगे भी इस तरह की निरीक्षण कार्रवाइयाँ नियमित रूप से जारी रहेंगी।