
हरिद्वार: भूस्खलन और जलस्तर बढ़ने से संकट, प्रशासन अलर्ट मोड पर — मंसा देवी पहाड़ी और भीमगोडा बैराज का किया गया निरीक्षण
हरिद्वार, 6 अगस्त 2025 —
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में भूस्खलन और जलस्तर बढ़ने जैसी दैवीय आपदाओं की स्थिति बनी हुई है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर समूचा प्रशासन पूर्ण अलर्ट मोड में सक्रिय है।
इसी क्रम में बुधवार को हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण (HRDA) के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह एवं नगर आयुक्त नंदन कुमार ने मंसा देवी पहाड़ी के उस संवेदनशील स्थल का निरीक्षण किया, जहाँ मंगलवार शाम को भूस्खलन के कारण भारी मलबा रेलवे ट्रैक पर जा गिरा था।

यह क्षेत्र शिवालिक पर्वतमाला के अंतर्गत आता है, जो मानसून के दौरान लैंडस्लाइड जैसी घटनाओं के लिए संवेदनशील माना जाता है। अधिकारियों ने स्थल पर पहुंचकर भू-संरचना, वर्षा की तीव्रता और जमीन के क्षरण जैसे कारणों की तकनीकी जांच की। निरीक्षण के दौरान विशेषज्ञों की मौजूदगी में भविष्य में ऐसे हादसों से बचने हेतु सुरक्षा उपायों की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश भी दिए गए।
इसी बीच, गंगा नदी का जलस्तर भी मंगलवार को खतरे के निशान को पार कर गया था, जिससे निचले क्षेत्रों में संभावित बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उपाध्यक्ष श्री अंशुल सिंह ने भीमगोडा बैराज का भी दौरा किया। वहाँ उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता से मुलाकात कर जलप्रवाह, डिस्चार्ज क्षमता और बैराज की तकनीकी स्थिति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें, प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें। आपदा नियंत्रण कक्ष 24×7 सक्रिय है तथा किसी भी आपात स्थिति में सहायता के लिए तैयार है।