राज्य आंदोलनकारी शहीद स्थल बचाओ सरकार,जनभावनाओं का हो सम्मान।

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देहरादून राज्य गठन में अहम भूमिका निभाने वाले राज्य आंदोलनकारी व राज्य आंदोलन से जुडे लोगों के समक्ष इस समय सबसे बडी चुनौती उनके छीनने वाले शहीद स्थळ को लेकर है। ह्ललांकि जिला प्रशासन नया शहीद स्थल बनाकर देने को भी तैयार है। राजधानी के कलेक्ट्रेट में स्मार्ट सिटी के तहत स्मार्ट कलेक्ट्रेट बनना है लेकिन आंदोनलकारीयो ने इससे साफ इंकार कर दिया है।

स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत स्मार्ट कलेक्ट्रेट प्रोजक्ट के तहत कचहरी परिसर मे़ स्तिथ पृथक उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन क़ा केन्द्र बिन्दु रहा  शहीद स्मारक क़ो तोड़कर अन्यत्र कही औऱ शिफ्ट करने की बात कही जा रही है। इस प्रकरण क़ो लेकर राज्य आन्दोलनकारियों मे़ उबाल है रविवार आपात बैठक मे़ उसे तोड़ने क़ी बात करने पर  कड़ा विरोध दर्ज करा चुके है। अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अरविन्द पाण्डे ने दोपहर बाद राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी , वरिष्ठ सलाहकार ओमी उनियाल , जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती , सुरेश नेगी प्रमिला रावत मौजूद रहे जबकि महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी ट्रैफिक अधिक होने के कारण थोड़ी देर से पहुंची।अपर जिला जिलाधिकारी ने कहा क़ि यहां स्मार्ट कलेक्ट्रेट बनना है औऱ हम नया शहीद स्मारक क़ा निर्माण करवाएंगे आपको यह अवगत कराना था इस बात क़ो सुनकर सभी ने एक सुर मे़ शहीद स्मारक क़ो ना छेड़ने क़ी बात कही। ओमी उनियाल ने बताया क़ि यह ऐतिहसिक स्थल है औऱ ना जाने कितनी भूख हड़ताल व धरने प्रदर्शन से लेकर अपने खून पसीने से सींच कर यह धरना स्थल से शहीद स्मारक बना है। जगमोहन सिंह नेगी ने कहा क़ि यह हमारी अस्मिता से जुड़ा स्थान है औऱ हम इसे नही टूटने देंगे। प्रदीप कुकरेती ने कहा क़ि हमने तम्बू औऱ तख्त बचाने के लिए एक बड़ा लाठी चार्ज झेला है जिसमे पूर्व विधायक व संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष रहे स्वर्गीय रणजीत सिंह वर्मा जी के साथ कई राज्य आंदोलनकारी घायल हुए थे। प्रमिला रावत व सुरेश नेगी ने कहा क़ि हमने दिए जलाकर राते काटकर इस धरना स्थल पर लड़ाई लड़ी।  देर से पहुंची सुशीला बलूनी ने कहा क़ि यहां जो मर्जी बने परन्तु शहीद स्मारक पर किसी क़ो हाथ नही लगाने देंगे। राज्य आंदोलनकारी मंच अब शासन मे़ भी अपनी भावना से अवगत कराएंगे क़ि शहीद स्मारक पर तोड़ने के बजाय संरक्षण पर जोर दें। अपर जिलाधिकारी अरविन्द पाण्डे ने कहा क़ि हम आपकी भावना औऱ बात आगे शासन व सरकार क़ो अवगत करा देंगे। शहीद स्मारक पर वापस आकर अगामी 09-नवंबर क़ो सभी राज्य आंदोलनकारी स्थापना दिवस पर शहीदो क़ो श्रद्धांजली अर्पित कर उत्सव के साथ मनाएंगे।उसी दिन आगामी रणनीति पर भी चर्चा की जायेगी। आज क़ी वार्ता मे़ बैठक मे़ मुख्यतः ओमी उनियाल सुशीला बलूनी , जगमोहन सिंह नेगी , प्रदीप कुकरेती , प्रमिला रावत , सुरेश नेगी आदि मौजूद रहे।